Rajasthan News: राजस्थान में सीनियर पीटीआई परीक्षा में 10 लाख रुपये देकर खुद की जगह डमी कैंडिडेट बैठाने वाले मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपी गेनाराम पुत्र राम जाट बाड़मेर का रहने वाला है. गिरफ्तारी के बाद उसे कोर्ट में पेश करके रिमांड पर लिया गया है. परीक्षा में एक अन्य कैंडिडेट और उसकी जगह बैठने वाले डमी कैंडिडेट की पुलिस तलाश कर रही है. बता दें कि इस परीक्षा का आयोजन साल 2022 में हुआ था.
पहले ही दो डमी कैंडिडेट हो चुके गिरफ्तार
जांच अधिकारी ने बताया कि आरपीएससी ने चार डमी कैंडिडेट बैठने के मामले में सिविल लाइन थाने में एक मुकदमा दर्ज कराया था. इस मामले में पहले ही दो डमी कैंडिडेट की गिरफ्तारी हो चुकी है. इनकी पहचान फलोदी जोधपुर निवासी कैलाश पुत्र जोगाराम और बांसवाड़ा निवासी राकेश मेदा के रूप में हुई थी.
राजस्थान लोक सेवा आयोग के अधिकारी प्रवीण मीणा ने 5 अप्रैल 2024 को एक मामला दर्ज कराया, जिसमें बताया कि 461 पदों के लिए दो पारी में परीक्षा का आयोजन किया गया था. इस परीक्षा में 426 अभ्यर्थी पास हुए थे. इस साल फरवरी में पास हुए सभी अभ्यर्थियों को दस्तावेज की जांच के लिए आरपीएससी आयोग बुलाया गया था. इसमें 31 कैंडिडेट नहीं पहुंचे थे. जो कैंडिडेट उपस्थित नहीं हुए, उन्हें फिर से मौका देते हुए 23 फरवरी को आयोग में दस्तावेज वेरिफिकेशन के लिए बुलाया गया.
दो अन्य आरोपी की तलाश में पुलिस
जिसमें बांसवाड़ा निवासी राकेश, जालौर निवासी गोपीलाल पुत्र बाबूलाल, बाड़मेर निवासी जेनाराम पुत्र जैसा राम और जोधपुर निवासी कैलाश पुत्र जोगाराम नहीं पहुंचे थे. आयोग ने इन चारों कैंडिडेट को 3 अप्रैल 2024 को फिर से बुलाया, मगर यह चारों आयोग में उपस्थित नहीं हुए. जांच के बाद परीक्षा में डमी कैंडिडेट बैठाने का मामला सामने आया. आयोग ने सिविल लाइन थाने में चारों कैंडिडेट के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है, जिसमें अभी तक तीन आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं. दो अन्य आरोपी की और तलाश चल रही है.
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