फर्जी पासपोर्ट से महेंद्र डेलाणा के विदेश भागने के मामले में बड़ी कार्रवाई, सीकर से 4 आरोपी गिरफ्तार

फर्जी पासपोर्ट के जरिए महेंद्र सारण उर्फ महेंद्र डेलाणा के विदेश भागने के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने मुख्य आरोपी समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया है.

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महेंद्र डेलाणा (फाइल फोटो)

Rajasthan News: राजस्थान के चुरू में फर्जी पासपोर्ट के जरिए विदेश भागने के मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. मामले में मुख्य आरोपी ओमप्रकाश पारीक सीकर के फतेहपुर के रोलसाबसर का रहने वाला है. फिलहाल पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ चल रही है. पूछताछ में कई बड़े खुलासे होने की संभावना है. 

फर्जी पासपोर्ट से भाग गया विदेश

पुलिस ने बताया कि 2 मई को सरदारशहर थाने में फर्जी पासपोर्ट के जरिए महेंद्र सारण उर्फ महेंद्र डेलाणा के विदेश भागने का केस दर्ज हुआ था. महेंद्र ने खुद को सीकर के लक्ष्मणगढ़ का रहने वाला बताकर फर्जी पासपोर्ट के जरिए विदेश भाग गया. कहा जाता है कि महेंद्र डेलाणा से लॉरेंस बिश्नोई और रोहित गोदारा गैंग से जुड़ा था. 

मामले की गंभीरता को देखते हुए एसआई मंगूराम के नेतृत्व में टीमों का गठन करके फर्जी पासपोर्ट बनाने वाले आरोपियों की तलाश शुरू की गई. इसके बाद पुलिस ने सीकर के फतेहपुर के रोलसाबसर के रहने वाले ओमप्रकाश पारीक (60), फतेहपुर के विजय अठवाल (23), लक्ष्मणगढ़ के रहने वाले महबूब कुरैशी (53) और सिकंदर (55) को गिरफ्तार किया.

फर्जी पासपोर्ट बनाने के मामले गिरफ्तार आरोपी

कई बड़े खुलासे की संभावना

आरोपियों से पुलिस की पूछताछ चल रही है. पूछताछ में कई और बड़े खुलासे की संभावना है. थानाधिकारी अरविंद कुमार भारद्वाज ने बताया कि मुख्य आरोपी ओमप्रकाश पारीक की फतेहपुर में पासपोर्ट बनवाने की दुकाना है. वह दुकान पर काम करने के लिए कंप्यूटर ऑपरेटर विजय अठवाल को रखा है. ये कंप्यूटर व रंगीन प्रिंटर की सहायता से मूल दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ कर फर्जी आधार कार्ड, जन्म प्रमाण पत्र, मूल निवास आदि तैयार करते हैं.

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बड़े अपराधियों के संपर्क में रहता मुख्य अधिकारी

इसके बदले में लाखों रुपए लेते हैं. पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी ओमप्रकाश पारीक बड़े अपराधियों के संपर्क में रहता है. थानाधिकारी ने बताया कि लक्ष्मणगढ़ के महबूब कुरैशी और सिकंदर ने पुलिस थाने में पासपोर्ट इंक्वायरी के दौरान अपनी गवाही दी थी. मामले में खुलासा करने वाली टीम में थाना अधिकारी अरविंद कुमार भारद्वाज, एसआई मंगूराम, एएसआई रामनिवास मीणा, कांस्टेबल अनिल कुमार सैनी, विनोद कुमार चौधरी, नंदलाल डूडी, धर्मेंद्र कुमार और शिव कुमार शामिल रहे. 

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