'छमिया को कहां ले जा रहे हो', महिला रिश्तेदार के साथ जा रहे शख्स को पुलिस ने इतना पीटा कि कान के पर्दें फट गए!

Rajasthan Police Brutality: महिला रिश्तेदार के साथ घर जा रहे शख्स को पुलिस ने बीच रास्ते में रोका. फिर उनके साथ बदसलूकी की. विरोध पर थाने ले जाकर शख्स को इतना पीटा कि उसके कान के पर्दों में सूजन आ गई.

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पुलिस की क्रूरता के शिकार.

Police Brutality: पुलिस का काम लोगों को सुरक्षा देना है. लेकिन वर्दी मिलने के बाद पुलिस के कुछ जवान आम लोगों के साथ इस तरह से पेश आते हैं कि पूरी खाकी वर्दी पर दाग लग जाता है. ऐसा ही एक मामला राजस्थान के नीमराना से सामने आया है. जहां महिला रिश्तेदार के साथ जा रहे एक शख्स को पुलिस के कुछ जवानों ने इस कदर पीटा कि उनकी कान के पर्दों में सूजन आ गई. पीड़ित ने कहा कि मुझे पुलिस वालों ने इतना पीटा कि कान के पर्दे फट गए. अब मुझे सुनाई कम दे रहा है. 

घटना गुरुवार अहले सुबह है. पीड़ित ने डॉक्टर की रिपोर्ट के साथ एसपी से मामले की शिकायत की है. जिसके बाद डीएसपी ने मामले की जांच शुरू की है. 

नीमराना थाना पुलिस पर लगे गंभीर आरोप

इस घटना के बाद नीमराना थाना पुलिस द्वारा रात्रि गश्त के दौरान आम जनता के साथ दुर्व्यवहार करने, मारपीट करने और पैसे मांगने जैसे संगीन आरोप लग रहे हैं. दरअसल गुरुवार की सुबह सवा चार बजे प्रताप सिंह पुरा निवासी महेश सैनी लुधियाना से अपने रिश्तेदारों के साथ अपने गांव जा रहे थे. बीच रास्ते में नीमराना थाना पुलिस ने उन्हें रोक लिया. 

पुलिस वाले ने कहा- छमिया को कहां से ले जा रहे हो 

सिविल ड्रेस में तैनात पुलिस की टीम जिसमें संदीप सिंह और दो अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे, ने बिना किसी पूछताछ के महेश के साथ दुर्व्यवहार किया और उसकी महिला रिश्तेदार के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया. पीड़ित ने अपने शिकायत में लिखा कि गाड़ी में बैठी महिला रिश्तेदार की ओर देखते हुए पुलिस वालों ने कहा कि "छमिया को कहां से ले जा रहे हो".

एसपी को दिए शिकायत में पीड़ित ने बताई आपबीती.

पुलिस वालों ने 50-60 थप्पड़ मारेः पीड़ित

पुलिस के इस अभ्रद व्यवहार का जब महेश सैनी ने विरोध किया तो पुलिस वाले उसे लेकर थाने आ गए. जहां तीनों पुलिसकर्मियों ने बेरहमी से उसकी पिटाई की, जिससे उसके कानों के पर्दों में सूजन आ गई. एसपी को दिए शिकायत में पीड़ित ने बताया कि मुझे पुलिस वालों ने 50 से 60 थप्पड़ मारे. 

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पीड़ित ने सरकारी हॉस्पिटल में जांच के एसपी को सौंपी मेडिकल रिपोर्ट.

पुलिस वालों ने छोड़ने के लिए मांगी 10 हजार की रिश्वत

पुलिस ने उसे शांति भंग के आरोप में गिरफ्तार किया और छोड़ने के लिए 10,000 रुपये की रिश्वत मांगी. जब महेश के रिश्तेदार इस घटना की जानकारी लेने थाने पहुंचे, तो पुलिस ने उनके साथ भी बदतमीजी से बात की और बताया कि रिपोर्ट दर्ज हो चुकी है, युवक को सुबह जमानत के बाद ही छोड़ा जाएगा. 

सुबह जमानत मिलने के बाद महेश को बहरोड़ के सरकारी अस्पताल में ईएनटी डॉक्टर को दिखाया गया, जहां जांच में पता चला कि उसकी पिटाई के कारण दोनों कानों के पर्दों में सूजन आ गई है, जिससे उसे सुनने में समस्या हो रही है. 

एसपी ने मामले की जांच डीएसपी को सौंपी

इस मामले की जानकारी नीमराना के डीएसपी सचिन शर्मा ने दी, जिन्होंने कहा कि यह मामला एसपी साहब के माध्यम से उनके पास आया है. पीड़ित ने भी मामले की जानकारी दी है, और वर्तमान में जांच की जा रही है. यदि पुलिसकर्मियों की गलती साबित होती है, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

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