Rajasthan News: राजस्थान सरकार में मंत्री किरोड़ी लाल मीणा (Kirodi Lal Meena) मंगलवार दोपहर समरावता गांव के प्रतिनिधि मंडल के साथ गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम (Jawahar Singh Bedam) से मिलने उनके आवास पर पहुंचे. इस दौरान ग्रामीणों की मांगों को लेकर चर्चा की गई, जिसके बारे में कुछ देर बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी गई. किरोड़ी लाल मीणा ने बताया कि ग्रामीणों ने सरकार के सामने अपनी 4 मांगें रखी थीं. इनकी सभी मांगों को मान लिया गया है.
'हिंसा में हुए नुकसान की भरपाई होगी'
किरोड़ी लाल मीणा ने कहा, 'हमारा मन बन गया है. हम इनके हर तरह के नुकसान की भरपाई करेंगे. एक असेसमेंट रिपोर्ट बनाई जाएगी, जिसमें किसका कितना नुकसान हुआ, इसका जिक्र होगा. इस रिपोर्ट के आधार पर ही लोगों के इलाज, मकान और वाहन में हुए नुकसान की भरपाई की जाएगी. हम अब सीएम भजनलाल शर्मा से मिलने जा रहे हैं. इस जांच रिपोर्ट में कितना समय लगेगा और कब तक ग्रामीणों को मदद मिल जाएगी, इसकी जानकारी मीटिंग के बाद ही मिल पाएगी.
समरावता के ग्राीमणों की 4 मांगें कौन-कौन सी थीं?
ग्रामीण शंकर लाल मीणा ने बताया कि हमने किरोड़ी लाल मीणा से मांग की थी कि समरावता गांव को देवली से हटाकर उनियारा उपखंड में जोड़ा जाए, निर्दोष को छोड़ा जाए, गांव में हुए नुकसान की भरपाई की जाए और महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार करने वालों पर कार्रवाई की जाए. ये सभी मांगें उन्होंने मान ली हैं. पुलिस ने हमारे गांव के 19 लोगों को छोड़ दिया है और मंत्री ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
ज्यूडिशियल इन्क्वायरी नहीं, डिविजन कमिशनर करेंगे जांच
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब किरोड़ी लाल मीणा से पूछा गया कि नरेश मीणा की गिरफ्तारी में देरी क्यों हुई? इसका जवाब देते हुए मंत्री ने कहा, 'ये जांच का विषय है. डिविजन कमिशनर इस मामले की जांच कर रहे हैं. जैसे ही जांच पूरी हो जाएगी, वो रिपोर्ट सरकार को सौंपी जाएगी, जिसके बाद आगे की कार्रवाई होगी. इस मामले की ज्यूडिशियल इन्क्वायरी हमने टाल दी थी, क्योंकि उसमें बहुत समय चला जाता. और अगर न्याय समय पर नहीं मिलता तो लोग अधीर हो जाते. यही सब सोचकर हमनें डिविजन कमिशनर से एक सीमित समय में जांच पूरी करने के लिए कहा है.'
NDTV के संवाददाता ने जब किरोड़ी लाल मीणा से पूछा कि समरावता गांव में हिंसा करने वालों में कुछ पुलिसकर्मी भी शामिल हैं. लोगों का आरोप है कि पुलिस वालों ने गाड़ियां जलाईं, सरकार उन दोषी पुलिसकर्मियों की पहचान कैसे करेगी? इसका जवाब देते हुए कैबिनेट मंत्री ने कहा, 'ताली दोनों हाथों से बजती है. कुछ पुलिस की गलती होगी. कुछ आंदोलनकारियों की होगी. जांच के बाद दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा. हमारी मंशा खराब नहीं है. सरकार साफ नियत से भरोसा दिया है. आगे भी ग्रामीण अगर कुछ मांग करते हैं, तो हम उसे पूरा करेंगे. जनहित के मुद्दों में भजनलाल सरकार पीछे नहीं है. क्विक एक्शन लेने वाली सरकार है.'
हनुमान बेनीवाल के थप्पड़ वाले बयान पर दिया जवाबहनुमान बेनीवाल ने एक दिन पहले जोधपुर में कहा था कि नरेश मीणा ने SDM को तो सिर्फ 1 थप्पड़ मारा. मैं होता तो 2-3 और लगाता. इस बयान पर जब किरोड़ी लाल मीणा से प्रतिक्रिया ली गई तो उन्होंने कहा, 'देश में लोकतंत्र है. सभी को अपनी बात कहने का हक है. मैं किसी का जुबान नहीं पकड़ सकता है. ये सोच उनकी हो सकती है. लेकिन मेरी ऐसी सोच नहीं है.'
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