Rajasthan News: राजस्थान उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा (Naresh Meena) ने जिस एसडीएम अमित चौधरी (SDM Amit Chaudhary) को थप्पड़ मारा था, उनका विवादों से पुराना नाता रहा है. जब वह साल 2013 में अजमेर के बडलया इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ाई कर रहे थे, तब कॉलेज के स्पोर्ट्स वीक पर क्रिकेट मैच के दौरान अंपायर के डिसीजन को लेकर उनका ओम प्रकाश चौधरी नामक एक स्टूडेंट से विवाद हो गया था. उस वक्त अमित चौधरी ने धमकी दी थी कि वो ओम प्रकाश को जान से मार देगा.
दोस्त संग चाकू से किया हमला
इस विवाद के कुछ देर बाद जब ओम प्रकाश चाय की थड़ी पर खड़ा था, उसी समय अमित चौधरी अपने दोस्त नागेश चौधरी के साथ हाथ में चाकू लिए वहां पहुंच गया. अमित ने ओम प्रकाश पर धारदार चाकू से हमला कर दिया. इस हमले में ओम प्रकाश के पेट में गंभीर चोट आई थी, जिसके बाद उसे अजमेर के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. इस वारदात के बाद ओम प्रकाश के साथी अशोक कुमार ने आदर्श नगर थाने में अमित चौधरी और नागेश के खिलाफ IPS की धारा 307 और 4/25 आर्म्स एक्ट में मामला दर्ज कराया था.
2015 में अजमेर कोर्ट से हुए थे बरी
करीब 2 साल तक यह मुकदमा एडीजे कोर्ट में चला और 4 दिसंबर 2015 को तत्कालीन जज चक्रवर्ती महेचा ने संदेह का लाभ देते हुए अमित और नागेश को बरी कर दिया. कोर्ट ने अपनी आदेश कॉपी में बरी करने का कारण बताते हुए लिखा कि पीड़ित ओम प्रकाश चौधरी ने दोनों अभियुक्तों को न्यायालय में पहचानने से मना कर दिया. ओम प्रकाश ने कोर्ट में बताया था कि उसके शरीर पर आई चोटों का कारण अमित चौधरी और नागेश चौधरी नहीं हैं. बल्कि, ये चोटें उसे एक छात्र से झगड़े में लगी हैं. अमित और नागेश को उससे कोई लेनादेना नहीं है.
ये भी पढ़ें:- भजनलाल सरकार का बड़ा फैसला, प्रदूषण कम करने के लिए राजस्थान की 3000 माइंस-इंडस्ट्रीज बंद