सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के घर पर फायरिंग को पुलिस ने माना संदिग्ध, अब तक नहीं मिले कोई सबूत... जांच जारी

एएसपी राजकंवर और गोगामेड़ी पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल का जायजा लेकर आसपास मौजूद लोगों से घटना की जानकारी ली. लेकिन सूचना मिलने के बाद इसकी जांच शुरू हुई तो फायरिंग होने के किसी तरह के सबूत नहीं मिले हैं.

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ASP Rajkanwar

Sukhdev Singh Gogamedi: सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की उनके पैतृक गांव गोगामेड़ी में स्थित स्मारक पर फायरिंग की सूचना मिलने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई. वहीं घटना की सूचना पर एएसपी राजकंवर और गोगामेड़ी पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल का जायजा लेकर आसपास मौजूद लोगों से घटना की जानकारी ली. लेकिन सूचना मिलने के बाद इसकी जांच शुरू हुई तो फायरिंग होने के किसी तरह के सबूत नहीं मिले हैं. एएसपी राजकंवर ने बताया कि सुबह थाने पर सूचना प्राप्त हुई थी कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के समाधि स्थल पर फायरिंग हो गई. जिस पर तुरंत थानाधिकारी को मौके पर पहुंचने के निर्देश देकर खुद घटनास्थल पर पहुंची. 

मजदूरों ने कहा कोई फायरिंग की आवाज नहीं सुनी

घटना के बारे में शीला शेखावत से भी फोन पर जानकारी ली. मौके और आसपास मौजूद लोगों से फायरिंग घटना के बारे में पूछताछ की. वहीं स्मारक के पास ही करणी सेना प्रमुख और सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की पत्नी शीला शेखावत के घर का निर्माण कार्य चल रहा है. जहां काम कर रहे मजदूरों से जब फायरिंग के बारे में जानकारी ली तो मजदूरों ने फायरिंग की आवाज नहीं सुनना बताया.

ऑल्टो कार से आए बदमाशों पर फायरिंग का आरोप

शीला शेखावत के परिवार के एक सदस्य ने खुद के दोस्त को घटना के समय मौजूद होना बताया. जिस पर युवक शंटी शेखावत को बुलाकर घटना की जानकारी ली तो युवक ने बताया कि एक सफेद ऑल्टो कार थी जिसमें तीन लोग सवार थे और उनके पास पिस्तौल थी. जिसे पीछे बैठे व्यक्ति ने आगे बैठे व्यक्ति को पकड़ा दी और उसने पिस्तौल लोड करके कार चालक को दे दी. जिसने कार से हाथ बाहर निकाल कर स्मारक पर फायर करने की कोशिश की लेकिन पिस्तौल में रोक लगने के चलते फायर हो नहीं पाया. 

सीसीटीवी में भी ऑल्टो कार नहीं दिखा

जिस पर पुलिस ने शंटी शेखावत को साथ लेकर आसपास के मार्गों और अन्य संभावित रास्तों के सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू किए लेकिन किसी भी फुटेज में युवक द्वारा बताई गई सफेद ऑल्टो नजर नहीं आई है. ऐसे में एएसपी का कहना है कि पुलिस को अभी ऐसा कोई सुराग नहीं मिला है जिससे ये साबित हो सके कि युवक के बताए मुताबिक कोई सफेद ऑल्टो कार आई हो. लेकिन पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है. वहीं घटना के साक्ष्य एकत्र करने के लिए एमओबी और एफएसएल की टीम को भी मौके पर बुलाया गया है. 

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हनुमानगढ़ पुलिस अधीक्षक हरी शंकर का कहना है कि प्रारंभिक तौर पर खंगाले गए किसी भी सीसीटीवी में कार नजर नहीं आ रही है, लेकिन पुलिस हर एंगल से घटना की जांच कर रही है. 

वहीं मामले में शीला शेखावत ने भी सोशल मीडिया के माध्यम से हमला करने वालों को चुनौती दी है. शीला शेखावत ने अपने सोशल मीडिया पर लिखा है कि  "आज फिर घर पर चोरी से हमला करना बुजदिली का काम है आज फिर गोगामेडी निवास स्थान पर गोली चलाने की कोशिश की गई अगर हिम्मत है तो सामने आकर हमला करो पीठ पीछे तो और कुत्ते भी करते हैं."

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अब देखना होगा कि एक ओर सुखदेव सिंह पर फायरिंग कर जयपुर निवास पर उनकी हत्या कर दी गई थी, अब फिर से उनके पैतृक गांव में उनके स्मारक पर फायरिंग की सूचना सामने आना कहीं किसी आने वाले संकट की आहट है या पुलिस जैसा दावा कर रही है कि क्षेत्र के सीसीटीवी फुटेज में ऐसी कोई गाड़ी नजर ही नहीं आ रही जैसा परिवादी पक्ष पुलिस को बता रहा है. अब मामले की सच्चाई क्या है ये तो पुलिस जांच पूरी होने के बाद ही सामने आ पाएगा. 

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