Rajasthan News: लोकसभा चुनाव 2024 में राजस्थान के बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट पर सभी की नजर है. वहीं इस सीट पर अब सियासी हलचल और बढ़ गई है. पिछले दो दिन से हज यात्रा से लौटे बाड़मेर जिले की शिव विधानसभा सीट से पूर्व विधायक और मंत्री अमीन खान लगातार चर्चाओं में हैं. अमीन खान ने हज यात्रा से लौट के बाद कांग्रेस से नाराजगी जताते हुए बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे रविंद्र सिंह भाटी को समर्थन देने के संकेत दिए थे. इसके बाद से सोशल मीडिया से लेकर हर जगह अमीन खान चर्चाओं में बने हुए हैं. वहीं कांग्रेस के दिग्गज उन्हें मनाने में लगे हैं. लेकिन अब उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई है.
बताया जाता है कि अमीन खान का एक ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस ऑडियो में अमीन खान किसी से कह रहे हैं कि जाट समाज ने पिछले दो विधानसभा चुनाव में उन्हें वोट नहीं दिए और जाट समाज अपने आप को ही कांग्रेस मानता है और जाट समाज के नेताओं ने अल्पसंख्यक समुदाय के दो टुकड़े कर दिए हैं. जिसके चलते इस बार वह उनके समर्थक कांग्रेस को वोट नहीं देंगे.
आमीन खान को क्या मिली धमकी
अमीन खान का ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद अमीन खान के आधिकारिक फेसबुक पेज पर एक अज्ञात व्यक्ति ने जान से मारने की धमकी देते हुए लिखा कि '26 जून से पहले तेरा काम तमाम मौत की अग्रिम बधाई. अमीन खान और नीचे लिखा है RTG और पारस चौधरी,राजू ठेहट,जीवन गोदारा डीडवाना'. इस मैसेज के बाद पूर्व मंत्री अमीन खान के रिश्तेदार ने बाड़मेर पुलिस अधीक्षक को लिखित शिकायत देकर सुरक्षा प्रदान करने की मांग की है.
वहीं अब खबर आ रही है कि पुलिस ने पूर्व मंत्री को फेसबुक के जरिए धमकी देने के मामले में एक युवक को धोरीमना से दस्तयाब किया है. हालांकि पुलिस ने अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है.
फेतह खान के कांग्रेस में आने के बाद नाराजगी और बढ़ गई
आपको बता दें, कि अमीन खान बाड़मेर जिले की शिव विधानसभा सीट से 10 बार कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं और 5 बार जीतकर विधायक रहे 2008 में तत्कालीन गहलोत मंत्रिमंडल में उन्हें मंत्री बनाया गया था. 2023 के विधानसभा चुनाव में अमीन खान ने कांग्रेस की टिकट पर शिव विधानसभा चुनाव लड़ा था. लेकिन कांग्रेस से ही टिकट की मांग कर रहे कांग्रेस जिला अध्यक्ष फतेह खान ने पार्टी से बगावत करते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ा था जिस से चलते अमीन खान को तीसरे नंबर पर रहना पड़ा था. जिसके बाद से अमीन खान पार्टी से नाराज चल रहे थे और फतेह खान की बगावत को जाट समाज की प्रायोजित बगावत बताकर फतेह खान की कांग्रेस में वापसी का विरोध कर रहे थे.
बीते कुछ दिनों से अमीन खान हज की धार्मिक यात्रा पर विदेश गए हुए थे और लौट के बाद उन्होंने बगावती तेवर अपनाते हुए अपने समर्थको सहित पार्टी का विरोध कर रहे थे. जिसको लेकर कांग्रेस प्रत्याशी सहित नेताओं ने समझा इसकी कोशिश की लेकिन अमीन खान नहीं माने और दो टूक में चुनाव में भाग लेने से इनकार करते हुए निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्र सिंह भाटी के समर्थन में जाने के संकेत दिए. इसके बाद सोशल मीडिया पर मिली धमकी ने बाड़मेर जैसलमेर की राजनीति में हलचल पैदा कर दी है.
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