प्रहलाद गुंजल ने शिक्षा मंत्री मदन दिलावर से मांग इस्तीफा, कहा- कोई नैतिकता नहीं है

प्रहलाद गुंजल ने राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर से उनका इस्तीफा मांगा है. प्रहलाद गुंजल का कहना है कि उन्हें अपने पद से तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए. उन्हें कहा कि कोई नैतिकता नहीं है.

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Madan Dilawar: राजस्थान में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने हाल ही में आदिवासियों को लेकर एक बयान दिया था. जिसमें आदिवासियों के DNA टेस्ट की बात कही गई थी. इसके बाद से लगातार विपक्षी नेता और अदिवासी नेता उन पर निशाना साध रहे हैं. वहीं कहा जा रहा है कि आदिवासी समाज में उनसे नाराज है. मदन दिलावर के बयान पर आदिवासी नेता और बांसवाड़ा सांसद राजकुमार रोत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी. वहीं अब इस मामले में बीजेपी से कांग्रेस में आए नेता प्रहलाद गुंजल ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है.

प्रहलाद गुंजल ने राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर से उनका इस्तीफा मांगा है. प्रहलाद गुंजल का कहना है कि उन्हें अपने पद से तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए. उन्हें कहा कि कोई नैतिकता नहीं है.

प्रहलाद गुंजल ने मांगा शिक्षा मंत्री से इस्तीफा

गुंजल ने कहा, मदन दिलावर ने जो आदिवासी समाज के लिए जो बयान दिया है वह आपत्तिजनक है.

राज्य के शिक्षा मंत्री के पास नैतिक जिम्मेदारी होती है कि वह राज्य की संस्कृति की सुरक्षा और संरक्षित करें. लेकिन उन्होंने भद्दा मजाक किया है. मेरा मानना है कि ऐसे व्यक्ति को क्षण भर भी शिक्षा मंत्री रहने का कोई अधिकार नहीं है. उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए और आदिवासी समाज से क्षमा मांगनी चाहिए. 

मदन दिलावर ने झाड़ा पल्ला

मदन दिलावर अपने विवादित बयान पर अब पल्ला झाड़ते नजर आ रहे हैं. अपने बयान की वजह से फजीहत बढ़ने के बाद अपना बयान पलटते हुए कहा कि आदिवासी हमारे लिए श्रेष्ठतम हैं. उन्होंने उलट कांग्रेस पर वार करते हुए कहा कि आदिवासी समाज में विभाजन करने की दूषित मानसिकता कांग्रेस के DNA में है और इस प्रकार कांग्रेस सहित विपक्षी दल हमारे आदिवासी भाइयों को गुमराह कर रहे हैं. 

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