Borewell Accident: 540 फीट गहरे बोरवेल में फंसी राजस्थान की 18 वर्षीय युवती की मौत, 36 घंटे तक चला रेस्क्यू ऑपरेशन

Borewell Rescue Update: बोरवेल में फंसी इंद्रा को निकालने के लिए स्थानीय ड्रिलरों की मदद से एक अस्थायी यंत्र तैयार किया गया. इसके बाद उसे बाहर निकाला जा सका.

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बोरवेल में गिरी प्रतापगढ़ की युवती की मौत

Gujurat Borewell Rescue News: कच्छ में हुए बोरवेल हादसे में राजस्थान के प्रतापगढ़ की 18 वर्षीय युवती इंद्रा मीणा की मौत हो गई है. करीब 36 घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद मंगलवार को युवती को निकाला गया था, अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. जानकारी के मुताबिक, युवती राजस्‍थान की प्रवासी मजदूर है. सोमवार सुबह करीब साढ़े छह बजे भुज तालुका के कंदेराई गांव में शौच गई थी. इस दौरान यह हादसा हुआ. किशोरी 540 फुट गहरे बोरवेल में 490 फुट की गहराई पर फंसी हुई थी. 

अस्पताल में डॉक्टरों ने मृत घोषित किया

अधिकारियों ने बताया कि बोरवेल का व्यास एक फीट का था और लड़की इंद्रा बड़ी थी. ऐसे में वह बोरवेल में काफी गहराई में फंसी हुई थी, इसलिए बचाव कार्य मुश्किल हो रहा था. एनडीआरएफ (NDRF) की टीम काफी प्रयासों के बाद युवती को बाहर निकालने में सफल हो सकी. हालांकि, अस्पताल ले जाने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया. 

भुज के सहायक कलेक्टर और एसडीएम एबी जादव ने कहा कि दुर्भाग्य से लड़की बच नहीं सकी. भुज के जीके जनरल अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. किशोरी को हुक तकनीक का उपयोग करके बाहर निकाला गया, जिसमें एल और जे आकार के हुक बोरवेल में उतारे गए, दो तरफ फिट किए गए और उसे ऊपर खींचने के लिए नीचे से दबाव डाला गया. 

गुजरात में मजदूरी करने जाता था परिवार

राज्य जल आपूर्ति और सीवरेज बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया कि लड़की को एक अस्थायी यंत्र का उपयोग करके निकाला गया. हमने स्थानीय ड्रिलरों की मदद से एक अस्थायी यंत्र तैयार किया. बचाव अभियान में कई एजेंसियां ​​शामिल थीं. बता दें कि इंद्रा मीणा (18) राजस्‍थान के प्रतापगढ़ जिले तलाई पाल, ग्राम पंचायत पाल (देवगढ़ थाना क्षेत्र) की रहने वाली थी. उसके पिता का नाम कान्हा मीणा है.

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उसका परिवार हर साल खेत में मजदूरी करने गुजरात जाता था. इस बार भी भाई और बहन के साथ गई इंद्रा मीणा गुजरात गई थी.  प्रतापगढ़ जिला कलेक्टर डॉ. अंजली राजोरिया को जैसे ही घटना की जानकारी मिली, वे प्रशासनिक अधिकारियों को इंदिरा मीणा के घर भेजा और घटना की जानकारी परिजन को दी, परिजन अब गुजरात कच्छ के लिए रवाना हो गए.

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