प्रतापगढ़ नग्न महिला परेड केस में कोर्ट ने पति सहित 17 को माना दोषी, 14 को 7-7 साल की जेल

Pratapgarh Naked Women Parade Case: प्रतापगढ़ नग्न महिला परेड केस में शनिवार को अदालत का फैसला सामने आया. कोर्ट ने इस मामले में पीड़िता के पति सहित 17 लोगों को दोषी माना है. इसमें 14 को 7-7 साल की जेल जबकि तीन महिलाओं को 5-5 साल की जेल की सजा सुनाई गई है.

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Pratapgarh Naked Women Parade Case: प्रतापगढ़ में आदिवासी महिला को नग्न कर गांव में घुमाने वाले आरोपी.

Pratapgarh Naked Women Parade Case: पिछले साल राजस्थान के पूरे देश में शर्मसार करने वाले प्रतापगढ़ नग्न महिला परेड मामले में कोर्ट का फैसला आ गया है. प्रतापगढ़ के धरियावद में आदिवासी महिला को नग्न कर पूरे गांव में घुमाने वाली इस विभत्स घटना में कोर्ट ने पीड़िता के पति सहित 17 लोगों को दोषी माना है. कोर्ट ने इस मामले में 14 दोषियों को 7-7 साल की जेल की सजा सुनाई है. 

दरअसल शनिवार को अदालत ने धरियावद में आदिवासी महिला को निर्वस्त्र कर घुमाने के मामले में अपना फैसला सुनाया.  सिविल न्यायाधीश रामकन्या सोनी ने मामले की सुनवाई पूरी होने के बाद सजा का ऐलान किया. उन्होंने 14 दोषियों को सात-सात साल कारावास की सजा सुनाई.  

मामले में शामिल 3 महिलाओं को 5-5 साल की जेल की सजा

मामले में शामिल तीन महिलाओं को पांच-पांच साल की कैद की सजा सुनाई गई है. कोर्ट के फैसले के बाद सभी को अदालत के आदेश पर जेल भेज दिया गया है. अभियोजन पक्ष की ओर से विशिष्ट लोक अभियोजक मनीष नागर ने इस मामले की पैरवी की. 

प्रतापगढ़ नग्न महिला परेड केस के दोषी, जिसे कोर्ट ने सुनाई सजा

कोर्ट ने पीड़िता के पति कान्हा मीणा सहित खेतिया मीणा, मोतिया उर्फ मोतीलाल मीणा, पुनिया मीणा, केसरा उर्फ केसरीमल मीणा, सूरज मीणा, पिंटू मीणा, नाथूलाल मीणा, मानाराम उर्फ वेणीयां मीणा, नेतिया मीणा, रूपा मीणा, गौतम मीणा, रामलाल मीणा, रमेश मीणा को 7-7 साल जेल की सजा सुनाई है. जबकि तीन महिला आरोपी इंद्रा मीणा, मीरकी मीणा और झुमली मीणा को 5-5 साल के कारावास की सजा सुनाई गई.

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30 अगस्त 2023 को प्रतापगढ़ में हुई थी शर्मनाक घटना 

30 अगस्त, 2023 में प्रतापगढ़ जिले में एक महिला को नग्न कर पूरे गांव में परेड करने का मामला सामने आया. पूरी घटना का वीडियो भी सामने आया. पीड़ित महिला के पूर्व ससुर और उसके परिजनों ने ही वारदात को अंजाम दिया था. घटना जिले के निचलकोटा गांव की थी. पीड़िता और आरोपी दोनों आदिवासी समुदाय से थे. पुलिस ने सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छह टीमें बनाकर उन्हें गिरफ्तार किया.


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