उद्योग नगर थाना क्षेत्र के गांव नगला माना में सोमवार को सुबह सांस के एक मरीज को प्राइवेट एम्बुलेंस से अस्पताल ले जाया जा रहा था, अस्पताल पहुंचने में हुई अवांछित देरी से पीड़ित मरीज की रास्ते में ही मौत हो गयी. ग्रामीणों ने बताया कि कच्ची सड़क में कीचड़ अधिक था, एम्बुलेंस का पहिया कीचड़ में फंस जाने से मरीज को समय पर अस्पताल नहीं पहुंचाया जा सका, जिससे उसकी रास्ते में ही मौत हो गई. मरीज की मौत होने पर गुसाए ग्रामीणों ने मृतक के शव को भरतपुर - मथुरा मार्ग पर रखकर जाम कर दिया.
ग्रामीण विकास फौजदार ने बताया कि उनका गांव मुख्य मार्ग से लगभग एक किलोमीटर अंदर है, लेकिन स्थानीय प्रशासन और विधायक की उपेक्षा का शिकार है. जिससे आज यह दर्दनाक हादसा घटित हुआ.
उद्योग नगर थाना क्षेत्र में स्थित गांव माना भरतपुर -मथुरा राजमार्ग से लगभग एक किलोमीटर अंदर है, लेकिन स्थानीय विधायक डॉ. सुभाष गर्ग और जिला प्रशासन द्वारा आजादी के 76 वर्ष पूरे होने पर भी अभी तक इस रास्ते का निर्माण नहीं करवाया जा सका है.
मरीज की मौत से गुस्साए ग्रामीणों ने भरतपुर - मथुरा राजमार्ग पर मृतक का शव रख रोड को जाम कर दिया. मृतक की पत्नी अनीता का कहना हैं कि घर में कमाने वाला अब कोई नही बचा है, एक ही व्यक्ति था जिसकी अब मौत हो चुकी है.
मौके पर पहुंचे जिला प्रशासन के अधिकारियों ने मृतक के परिजनों को राजस्थान सरकार की ओर से आर्थिक सहायता एवं गांव के रास्ते को बनवाने का आश्वासन दिया. आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने जाम खोला. मेडिकल बोर्ड ने मृतक का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को पुलिस ने सुपुर्द कर दिया गया.