श्रीगंगानगर के किसानों का कहना है कि पंजाब राजस्थान की गंगनहर में निर्धारित हिस्से के मुताबिक पानी नहीं छोड़ रहा जो किसानों पर भारी पड़ रहा है. जिससे राजस्थान के किसानों की फसलें बर्बाद होने के कगार पर आ गई हैं. शुक्रवार को किसानों ने सिंचाई पानी की मांग को लेकर जिला कलेक्ट्रेट पर पड़ाव लगा दिया.
ग्रामीण किसान मजदूर समिति के संयोजक रणजीत सिंह राजू ने बताया कि गंगनहर में राजस्थान का 2500 क्यूसेक हिस्सा निर्धारित है. लेकिन पिछले कई दिनों से पंजाब की ओर से 1000 क्यूसेक के आसपास पानी चलाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सिंचाई पानी के अभाव में श्रीगंगानगर जिले के किसानों की फसलों की बिजाई बुरी तरह से प्रभावित हो गई है.
किसान नरमा,कपास, मूंग और ग्वार की बिजाई नहीं कर पा रहे. गंगनहर में सिंचाई पानी की मांग को लेकर आज किसानों ने बड़ी संख्या में एकत्रित होकर महाराजा गंगा सिंह चौक पर धरना लगा दिया.
- राजस्थान और पंजाब में है गंग नहर
- राजस्थान का नहर में 2500 क्यूसेक पानी
- किसानों का आरोप, 1000 क्यूसेक पानी ही छोड़ रहा पंजाब
- नरमा, कपास, मूंग और ग्वार की बिजाई पर संकट
गंग नहर प्रोजेक्ट चेयरमैन हरविंदर सिंह गिल ने कहा कि पंजाब लगातार अपनी हठधर्मिता पर अड़ा हुआ है. उन्होंने कहा कि राजस्थान के अधिकारी और नेता भी इस और कुछ नहीं कर पा रहे. खखा हेड से 45 आरडी तक गंग नहर पर सीसी रोड का निर्माण करवाया जाना बहुत जरूरी है जिससे पानी की चोरी रुकेगी इसके साथ-साथ पौंड का भी निर्माण करवाने की मांग रखी गई है ताकि रेगुलेशन को सुचारू रूप से चलाया जा सके.
किसानों ने कहा कि आज पड़ाव डाला गया है और आगे की रणनीति बाद में तय की जाएगी. अगर पंजाब की तरफ से गंग नहर में पानी पूरा नहीं छोड़ा गया तो बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा. आपको बता दें कि किसानों ने आगामी दिनों में अनूपगढ़ और गंगानगर जिले की मंडी में बंद करने और चक्का जाम करने की रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है.