Rajasthan News: 'रंग रंगीले राजस्थान' का सबसे बड़ा त्योहार, विश्वप्रसिद्ध पुष्कर मेला 2025, कल से शुरू होने जा रहा है. अगर आप अजमेर या राजस्थान के किसी भी कोने में हैं, तो तैयार हो जाइए, क्योंकि बुधवार 22 अक्टूबर से लेकर 7 नवंबर तक आस्था, संस्कृति और पशु व्यापार का महासंगम यहां देखने को मिलेगा. प्रशासन ने इस बड़े मेले के लिए सारी तैयारियां पूरी कर ली हैं.
मेले की रौनक आज से ही जमने लगी है
मेले का उद्घाटन भले ही कल 22 अक्टूबर को होगा, लेकिन पुष्कर के रेत के टीलों (धोरों) पर माहौल अभी से पूरी तरह बन चुका है. दूर-दराज के इलाकों से ऊंट पालक अपने ऊंटों और घोड़ों के मालिक अपने शानदार घोड़ों के साथ पुष्कर पहुंचने लगे हैं. रेत में जगह-जगह पारंपरिक तंबू लग चुके हैं, जहां पशुपालक पुराने तरीकों से खाना बनाते और देसी रंग में रमे दिख रहे हैं. इस अद्भुत मेले को अपने कैमरे में कैद करने के लिए विदेशी पर्यटक भी बड़ी संख्या में आना शुरू हो गए हैं. उनकी भीड़ मेले की अंतर्राष्ट्रीय पहचान को और बढ़ा रही है.
वार्षिक पुष्कर ऊंट मेले के दौरान एक कलाकार करतब दिखाता हुआ. (फाइल फोटो)
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पहली बार BSF का कैमल और हॉर्स शो
प्रशासन ने इस बार मेले को पहले से भी ज्यादा रोमांचक और सुरक्षित बनाने के लिए कई बड़े और नए इंतजाम किए हैं, जो आपको पहली बार देखने को मिलेंगे. इस बार मेले में पहली बार बीएसएफ (BSF) के जांबाज जवान कैमल शो और हॉर्स शो में अपना हुनर दिखाएंगे. यह शो लोगों के लिए बिल्कुल नया आकर्षण होगा. वहीं, युवाओं को मंच देने के लिए पहली बार मिस्टर और मिस राजस्थान प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी, जिसमें राज्य की प्रतिभाएं हिस्सा लेंगी.
पुष्कर मेले के दौरान ऊंट का प्रदर्शन. (फाइल फोटो)
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इस साल VIP पास की व्यवस्था नहीं होगी
आम जनता को कोई परेशानी न हो, इसलिए इस बार कोई वीआईपी पास व्यवस्था नहीं होगी. सभी लोग एक बराबर माने जाएंगे. इसके अलावा, मशहूर बॉलीवुड सिंगर रूपकुमार राठौड़ और सोनाली राठौड़ अपनी सुरीली परफॉर्मेंस से मेले में चार चांद लगाएंगे. भीड़ नियंत्रण के लिए वन-वे ट्रैफिक (एक तरफा रास्ता) लागू किया गया है और पूरे क्षेत्र पर सीसीटीवी से 24 घंटे निगरानी रहेगी. 52 घाटों पर जलस्तर बढ़ने के खतरे को देखते हुए चेतावनी संकेत और स्पेशल बचाव टीम (एसडीआरएफ, सिविल डिफेंस) तैनात रहेगी.
पुष्कर मेला 2025 का पूरा शेड्यूल
आयोजन | तारीख | खासियत |
मेला शुभारंभ/पशुमेला कार्यालय | 22 अक्टूबर | पशुमेला कार्यालय की स्थापना |
पशु चौकियां स्थापित | 24 अक्टूबर | पशुओं की एंट्री चेक की जाएगी |
विकास एवं गीर प्रदर्शनी | 2 नवंबर | पशुओं की उन्नत नस्लों की प्रदर्शनी का उद्घाटन |
पुरस्कार वितरण समारोह | 5 नवंबर | बेहतरीन पशुपालकों को इनाम |
मेला संपन्न | 7 नवंबर | मेले का औपचारिक समापन |
अगर आपने अभी तक अपनी प्लानिंग नहीं की है, तो कल से शुरू हो रहे इस अद्भुत मेले का हिस्सा बनने के लिए तुरंत तैयारी कर लें.
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