Paper Leak in Govt Exam: देश के करोड़ों युवा हर साल सरकारी नौकरी की तैयारी करते हैं. सालों से परीक्षा की तैयारी कर रहे इस युवाओं का हौसला उस समय टूटता है जब पेपर लीक के कारण परीक्षाएं रद्द होती है. पेपर लीक के कारण सरकार और भर्ती बोर्ड की खूब किरकिरी होती है. ऐसे में अब पेपर लीक और सरकारी नौकरी की भर्ती परीक्षाओं में धांधली रोकने के लिए बोर्ड खास रणनीति बना रही है. इस खास रणनीति के तहत आने वाले दिनों में सरकारी नौकरी की भर्ती परीक्षाओं में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है. यह बदलाव एग्जाम पैटर्न को लेकर हो सकता है. मिली जानकारी के अनुसार अब बोर्ड इस तैयारी में जुटी है कि अभ्यर्थियों को प्रश्न पत्र तो कंप्यूटर पर मिलेगा लेकिन उन्हें जवाब ओएमआर शीट पर देना होगा. इसके अलावा और भी कई बदलाव हो सकते हैं.
पेपर लीक रोकने के लिए भर्ती परीक्षाओं के पैटर्न में बदलाव के बाबत उक्त जानकारी राजस्थान से सामने आई है. राजस्थान पेपर लीक और सरकारी नौकरी में धांधली को लेकर पूरे देश में विख्यात है. यहां बीते 5 साल में कई भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक हुए. जिसकी जांच अभी एसओजी कर रही है.
पेपर लीक रोकने के लिए उठाए जा रहे कई नए कदम
राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड (RSSB) के अध्यक्ष आलोक राज (Alok Raj) ने गुरुवार को एनडीटीवी राजस्थान के इनपुट एडिटर सुशांत पारीक से खास बातचीत में बताया कि पेपर लीक रोकने के लिए इस बार उनकी तैयारियां फुल प्रूफ रहेंगी. पेपर तैयार पर नकेल कसने के लिए पेपर बनाने, सेंटर पर उसके वितरण तक में गोपनीयता का विशेष ख्याल रखा जा रहा है. इस बार कुछ ऐसे कदम भी उठाए जा रहे हैं जो इससे पहले कभी नहीं किए गए हैं.
पहली बार किया जा रहा नया प्रयोग
RSSB के अध्यक्ष आलोक राज ने आगे बताया कि पेपर लीक की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए इस बार एक नया प्रयोग पहली बार किया जा रहा है. सीबीटी के जरिए सभी एग्जाम सेंटर पर आधे घंटे पहले कंप्यूटर पर पेपर दिया जाएगा, जो कि इंक्रिप्ट होगा. यानी पेपर कंप्यूटर पर होगा, लेकिन अभ्यार्थी को पेपर ओएमआर शीट पर हल करना होगा.
हालांकि इस तरह की प्रक्रिया में पेपर को रिमोट ऐक्सेस के जरिए हैक करने का खतरा है. इस पर आरएसएसबी के अध्यक्ष आलोक राज ने बताया कि इस चुनौती से निपटने के लिए हाइब्रिड सिस्टम अपनाया जा रहा है. यानी पेपर कंप्यूटर पर होगा, लेकिन अभ्यार्थी को पेपर ओएमआर शीट पर हल करना होगा. सभी परीक्षार्थियों को एक घंटे पहले सेंटर पर पहुंचना होगा और सभी सेंटर पर पेपर की देख रेख के लिए अलग अलग कोर्डिनेटर लगाए जाएंगे.
जून से जनवरी तक राजस्थान में 31 भर्ती परीक्षाएं
मालूम हो कि राजस्थान में जून से जनवरी तक 31 अलग-अलग परीक्षाएं होनी हैं, जिनमें कनिष्ठ अनुदेशक, एनिमल पशु परीक्षक, महिला अधिकारी और LDC की परीक्षा शामिल है. इसके अलावा आने वाले दिनों में 30 परीक्षाएं नेशनल हेल्थ मिशन की भी होनी है. आलोक राज ने ये भी साफ किया कि इस सिस्टम के भीतर जो सुराख है उनको ठीक करने के लिए भी काम किया जा रहा है. इसके लिए भी बोर्ड ने अपने सिस्टम को ठीक करने के लिए कई तरह कदम उठाये हैं.
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