'यह जांच गलत है...' आदिवासियों की जमीन हड़पने के मामले में BJP के पूर्व मंत्री ने PM को लिखा पत्र

पूर्व मंत्री नंदलाल मीणा ने एक महीने पहले प्रतापगढ़ जिले में बीते 3 साल में भूमाफियाओं को गलत तरीके से आवंटित किए गए जमीनों को लेकर मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को पत्र लिखा.

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पूर्व मंत्री नन्दलाल मीणा और पीएम मोदी (फाइल फोटो)

Rajasthan News: राजस्थान भूमाफियाओं का आतंक इतना बढ़ गया कि उन्होंने आदिवासियों की जमीन को भी नहीं छोड़ा. प्रतापगढ़ में भूमाफियाओं द्वारा आदिवासियों की जमीन और सरकारी भूमि को भ्रष्ट अधिकारियों के साथ मिलकर हड़प लिया. इस मामले में जांच कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद भाजपा नेता और पूर्व मंत्री नंदलाल मीणा ने पूरी जांच पर सवाल खड़ा कर दिया. मीणा ने कमेटी की ईमानदारी और निष्पक्षता पर संदेह जाहिर करते हुए सरकार में बैठे लोगों से इस पर गंभीरता से काम करने की बात कही है. 

साथ ही उन्होंने पूरे टीएसपी क्षेत्र में आदिवासियों की जितनी जमीन गैर आदिवासियों के नाम पर हुई है, उसका सर्वे करवाने की भी मांग की है. पूर्व मंत्री मीणा ने जमीन घोटाले को लेकर मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को जांच के लिए पत्र लिखा था. गौरतलब है कि कलेक्टर डॉक्टर अंजलि राजोरिया द्वारा जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया गया था, जिसने जांच से संबंधित तथ्य 15 मार्च को उजागर किये थे.

PM और CM को मीणा ने लिखा पत्र 

पूर्व मंत्री नंदलाल मीणा ने एक महीने पहले प्रतापगढ़ जिले में बीते 3 सालों में भूमाफियाओं को गलत तरीके से आवंटित जमीनों को लेकर मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था. जिस पर कलेक्टर डॉक्टर अंजलि राजोरिया द्वारा एक जांच कमेटी अतिरिक्त जिला कलेक्टर के नेतृत्व में गठित कर 15 दिन में जांच रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए थे. इस कमेटी द्वारा 15 मार्च को जांच के बाद कुछ तथ्य सार्वजनिक किए गए. जिनमें प्रतापगढ़ और आसपास के 5 किलोमीटर के इलाके में बीते 3 सालों में 68 मामलों में गलत तरीके से जमीन आवंटनों का खुलासा हुआ. 

भूमाफियाओं ने गलत तरीके से कराया आवंटन

भूमाफियाओं द्वारा 350 बीघा भूमि गलत तरीके से आवंटित करवाई गई, जिसकी कीमत करोड़ों में है. कमेटी द्वारा राजस्व मंत्रालय को सभी 68 आवंटन रद्द करने और मामले में लिप्त भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज करवाने की अनुशंसा की गई. कमेटी प्रतापगढ़ तहसील क्षेत्र में गलत तरीके से आवंटित जमीनों और नगर परिषद द्वारा जारी किए गए 69 ए के पट्टों की भी जांच कर रही है. 

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अवैध कब्जे का सर्वे करवाने की मांग

इस मामले में शिकायतकर्ता पूर्व मंत्री मीणा ने कमेटी की जांच पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि कमेटी द्वारा ईमानदारी से जांच नहीं की गई है. जांच कमेटी पर लगता है किसी का दबाव था. उन्होंने आदिवासियों की जमीन पर गैर आदिवासियों के कब्जे का सर्वे करवाने और नगर परिषद क्षेत्र में भूमि आवंटन के मामलों की शीघ्र जांच करवाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि आदिवासियों की जमीनों पर कब्जा गंभीर मसला है. बेनामी ट्रांजेक्शन द्वारा भूमाफियाओं ने करोड़ों रुपए की जमीन हथियाई है. सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए. 

अधिकारियों में मची खलबली

मीणा ने आरोप लगाया कि कमेटी में शामिल अधिकारी ईमानदारी से काम नहीं कर रहे हैं. पूरे टीएसपी क्षेत्र में इस प्रकार के मामले सामने आ रहे हैं. मीना की इस मांग के बाद भूमाफियाओं और भ्रष्ट अधिकारियों में एक बार फिर से खलबली मची हुई है. गौरतलब है कि शिकायतकर्ता नंदलाल मीणा राजस्व मंत्री हेमंत मीणा के पिता है.

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