अजमेर दरगाह में पेश की गई कपड़े पर लिखी कुरान, सऊदी अरब भेजे जाने की तैयारी कर रही मोदी सरकार

दरगाह के खादिम हाजी सैय्यद सलमान चिश्ती ने जानकारी दी कि इस ऐतिहासिक कलामे पाक को अब सरकार PM मोदी के जरिए से सऊदी सरकार को भेंट किए जाने की योजना है.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
कपड़े के कुरान की तस्वीर

Rajasthan News: अजमेर के सूफी संत हजरत ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में सोमवार को एक ऐतिहासिक क्षण देखने को मिला. बेंगलुरु की सुरैय्या कुरेशी और बीबी तबस्सुम ने कपड़े पर लिखी पवित्र कुरान मजीद दरगाह में भेंट की. यह विशेष कुरान मजीद पांच जिल्दों (किताबों) में तैयार की गई है, जिसमें 604 पृष्ठों पर कुरान शरीफ के 30 पारे कपड़े पर सुंदरता के साथ लिखे गए हैं.

यह पवित्र कुरान देखने के लिए दरगाह परिसर में भारी भीड़ उमड़ पड़ी. कोई इसे आंखों से लगाकर चूमता दिखा तो कोई मोबाइल में तस्वीरें खींचते हुए नजर आया. आरकाट के दालान में लोग नतमस्तक होकर दुआ करते दिखे और दोनों बहनों की मेहनत की सराहना करते रहे.

सुरैय्या कुरेशी ने कहा- दिली ख्यवाहिश को किया पूरा

सुरैय्या कुरेशी ने बताया कि उन्होंने अपनी बहन तबस्सुम के साथ मिलकर वर्षों की मेहनत से यह पवित्र ग्रंथ कपड़े पर लिखा है. उनकी दिली ख्वाहिश थी कि इसे अजमेर शरीफ में ख्वाजा साहब के दरबार में पेश किया जाए.

PM मोदी के जरिए सऊदी सरकार को भेंट करने की तैयारी

दरगाह के खादिम हाजी सैय्यद सलमान चिश्ती ने जानकारी दी कि इस ऐतिहासिक कलामे पाक को अब भारत सरकार, विशेषकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जरिए से सऊदी सरकार को भेंट किए जाने की योजना है. वहां इसे मदीना मुनव्वरा में पैगंबर हजरत मोहम्मद मुस्तफा (स.अ.व.) के दरबार में विशेष दुआओं के साथ अर्पित किया जाएगा.

Advertisement

यह अनूठा उपहार न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि भारत की सांस्कृतिक विविधता और कला में गहराई से जुड़ी आस्था का एक अद्भुत उदाहरण भी बन गया है.

ये भी पढ़ें-बारिश से अजमेर दरगाह की दीवार गिरी, एक रिक्शा चालक के लिए भी काल बन गई बरसात

अजमेर दरगाह में शिव मंदिर होने का दावे वाली याचिका पर कल सुनवाई, रोक लगाने के लिए HC में लगी याचिका 

Advertisement

Topics mentioned in this article