नमक को पोटाश बनाकर बेचा, किसानों की फसल हुई बर्बाद; छत्तीसगढ़ पुलिस ने राजस्थान से 4 शातिरों को किया गिरफ्तार

डीडवाना जिले के नावां शहर में सफेद नमक का काला कारोबार किया जा रहा है. नावां में उत्पादित होने वाले नमक में लाल रंग व अन्य प्रदार्थ मिला कर पोटाश बनाकर बेचने का काला सच सामने आया है.

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Didwana News: नमक उत्पादन के लिए मशहूर राजस्थान के डीडवाना जिले से एक ऐसे गोरखधंधे का खुलासा हुआ है, जिसने कई किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया था. डीडवाना के नमक कारोबारियों ने ज्यादा मुनाफा के लिए नमक को पोटाश बनाकर बेच दिया था. जिससे कई किसानों की पूरी की पूरी फसल बर्बाद हो गई. मामले में छत्तीसगढ़ पुलिस ने डीडवाना के नावां से 3 नमक व्यापारियों सहित 1 ट्रांसपोटर्स को गिरफ्तार है. 

दरअसल डीडवाना जिले के नावां के एक नमक प्लांट द्वारा नमक को पोटाश बनाकर छतीसगढ़ में किसानों को बेच दिया गया. जब किसानों ने इस पोटाश को खेती के काम में लिया, तो उनकी पूरी खेती ही जल कर नष्ट हो गई. इस मामले में छत्तीसगढ़ पुलिस ने नावां पहुंचकर 3 नमक व्यापारियों सहित 1 ट्रांसपोटर्स को गिरफ्तार किया है.

नमक को पोटाश बनाकर छत्तीसगढ़ के किसानों को बेचा

आपको बता दें कि नावां स्थित सांभर झील में नमक का उत्पादन होता है. लेकिन नमक प्लांट ने कम लागत में ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में नमक में लाल रंग व अन्य पदार्थ मिलाकर उसे पोटाश बनाकर छतीसगढ़ में किसानों को बेच दिया गया. जब किसानों ने इस पोटाश को खेती के काम में लिया, तो उनकी पूरी खेती ही जल कर नष्ट हो गई.

छत्तीसगढ़ विधानसभा में भी उठा था मामला

इस मामले में छतीसगढ़ के खंजूर शहर के किसानों ने नकली उर्वरा पदार्थ से खेती नष्ट होने पर विरोध प्रदर्शन व धरने प्रदर्शन किए. मामला चर्चित होने पर छत्तीसगढ़ की विधानसभा में भी यह मामला उठा. मामले की गम्भीरता को देखते हुए छतीसगढ़ सरकार के कृषि मंत्री ने छतीसगढ़ पुलिस महानिदेशक को विशेष टीम बनाकर कार्रवाई के निर्देश दिए.
 

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कार्रवाई में जुटी पुलिस टीम.

साथ ही खंजुर के कृषि विकाश अधिकारी द्वारा जुलाई माह में पुलिस में एफआईआर भी दर्ज करवाई गई. इसी दौरान कृषि अधिकारी द्वारा नकली उर्वरा पर संदेह होने पर एक ट्रक को जब्त कर उर्वरा की जांच करवाई गई, तो उसमें नकली उर्वरा पाई गई. 

नावां से 3 नमक कारोबारी गिरफ्तार

मामले में अनुसंधान करते हुए छत्तीसगढ़ पुलिस के सहायक थानाधिकारी खंजुर रामचन्द्र साहू के नेतृत्व में पुलिस टीम आज नावां पहुंची और नमक से नकली उर्वरा बनाकर बेचने वाले 3 नमक व्यापारियों विनोद जैन, विनय जैन, उपकार जैन और एक ट्रांसपोर्टर दौलतसिंह को गिरफ्तार कर लिया. चारों आरोपियों को नावां न्यायालय में पेश कर ट्रांजिस्ट रिमांड पर लिया गया. साथ ही नमक से नकली उर्वरा बनाने वाले प्लांट को भी सीज करने की कार्रवाई की गई.

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कार्रवाई के बाद लौटती टीम.

कम लागत में नमक को नकली उर्वरा बनाने का गोरखधंधा

नावां में नमक कम कीमत में मिलता है, जिसमे रंग मिलाकर उसे नकली उर्वरा बना कर छतीसगढ़ में करीब 1700 रुपये में 50 किलो के बैग के हिसाब से बेच कर करोड़ो रूपये का मुनाफा कमाने का गोरखधंधा फल फूल रहा है. इससे सरकार को भी राजस्व का नुकसान हो रहा है . वही नकली उर्वरा के चलते किसानों सहित आमजन को भी नुकसान पहुंचाया जा रहा है.

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