Mewaram Jain Met Ashok Gehlot: चुनाव के बाद से फीकी दिखाई दे रही राजस्थान की राजनीति में अब रंग उभरने लगे हैं. बुधवार को कांग्रेस के पूर्व विधायक मेवाराम जैन का एक फोटो पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ वायरल हुआ तो हर तरफ से कयास और बयान आने लगे. खबरों के मुताबिक शिव से पूर्व विधायक अमीन खान ने भी गहलोत से मुलाकात की है. लोगों का कहना था कि आपत्तिजनक वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस से निष्काषित किये गए मेवाराम जैन क्या फिर से कांग्रेस में आएंगे ? तस्वीर वायरल हुई तो कई कांग्रेस के नेताओं ने विरोध करना शुरू कर दिया, जिसमें बायतु से विधायक हरीश चौधरी भी शामिल हैं.
हरीश ने कहा, 'चरित्रहीन लोगों के साथ राजनीति करने से अच्छा में राजनीति से संन्यास लेकर घर बैठ जाऊं. लेकिन ऐसी चरित्रहीन ताकतों के साथ समझौता करके राजनीति नहीं करूंगा'. माना जाता है कि जैन और चौधरी के बीच बाड़मेर में कांग्रेस की कमान अपने कब्जे में लेने की जद्दोजहद चलती रहती है.
मेवाराम जैन की अश्लील वीडियो वायरल होने के बाद पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था तो शिव से पूर्व विधायक अमीन खान को बीते दिनों लोकसभा चुनाव में पार्टी विरोधी गतिविधि के चलते पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था.
एक तरफ चुनाव की तैयारी , दूसरी तरफ मुलाकातें
इस मुलाकात के कई सियासी मायने निकले जा रहे हैं. यह कांग्रेस के भीतर चल रही गुटबंदियों की आपसी चकल्लस भी है. बुधवार को जहां एक तरफ प्रदेश में 7 विधानसभा सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव को लेकर कांग्रेस वॉर रूम में प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, गोविंद डोटासरा और टीकाराम जूली समेत प्रदेश के शीर्ष नेता मंथन कर रहे थे तो दूसरी तरफ शिव से विधायक रहे अमीन खान और मेवाराम जैन अशोक गहलोत से मुलाकात कर रहे थे.
इस पूरी मुलाकात के पीछे चीफ विहिप रफीक खान की बड़ी भूमिका बताई जा रही है. उन्होंने इन दोनों नेताओं को अशोक गहलोत से मिलवाया था. हालांकि बाद में एक फोटो और आया जिसमें मेवाराम जैन प्रभारी रंधावा के साथ बैठे हुए हैं.
चीफ व्हिप रफीक खान की भूमिका अहम
आदर्श नगर सीट से विधायक और चीफ व्हिप रफीक खान इन दिनों खासा सक्रिय हैं और इसी के चलते उन्हें पार्टी ने बीते दिनों चीफ व्हिप की जिम्मेदारी भी दी थी. उन्हें जम्मू कश्मीर चुनाव में ऑब्जर्वर की जिम्मेदारी भी दी है. बताया जा रहा है कि रफीक खान जिन सीटों पर अल्पसंख्यक नेताओं में आपसी मतभेद हैं या विधानसभा और लोकसभा चुनाव के समय कांग्रेस से छिटक कर दूर जा चुके हैं, उन नेताओं की घर वापसी के प्रयास में जुटे हैं.
रविंद्र भाटी का किया था समर्थन
गौरतलब है तथाकथित वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस पार्टी ने मेवाराम जैन को निष्कासित कर दिया गया था. इसके बाद हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेसी नेताओं ने मेवाराम जैन पर अंदरखाने निर्दलीय चुनाव लड़ रहे रविंद्र सिंह भाटी को सपोर्ट करने के आरोप लगाए थे. हालांकि चुनावों के दौरान मेवाराम जैन सक्रिय नजर नहीं आए.
'उन्हें देख कांग्रेसी भी बंद कर लेते दरवाजा'
मेवाराम जैन के कथित अश्लील वीडियो पर हरीश चौधरी ने तंज कसते हुए कहा कि लोग कांग्रेसियों को देखकर दरवाजे बंद कर लेते हैं, कहते हैं हमारे घर में बहन बेटियां हैं.
हरीश चौधरी के इस हमले बाद कयास लगाए जा रहे थे कि मेवाराम जैन अब निर्वासन झेलने के बाद वापसी में लगे हैं और उनकी ही पार्टी के बड़े लीडर वापसी पर बैरिकेड लगाने में लगे हैं.
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