Dholpur News: धौलपुर किले के बसेड़ी उपखंड क्षेत्र में राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय अमरपुरा का जर्जर भवन छात्रों के लिए खतरा बनता जा रहा है. सोमवार देर रात विद्यालय के एक कमरे की छत की पट्टी अचानक टूटकर नीचे गिर गई. गनीमत रही कि यह हादसा रात्रि में हुआ, जब विद्यालय बंद था. यदि यह घटना दिन में होती, तो बड़ा हादसा हो सकता था.विद्यालय भवन की जर्जर स्थिति के बावजूद शिक्षा विभाग के अधिकारी और ग्राम पंचायत इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं.
जानकारी के अनुसार, कुछ समय पहले ग्राम पंचायत द्वारा इसी कमरे की मरम्मत करवाई गई थी, लेकिन वह भी टिकाऊ साबित नहीं हुई. छात्रों की सुरक्षा को देखते हुए शिक्षा विभाग ने इस कमरे को "ब्लैकलिस्ट" कर उसमें बैरिकेडिंग करवा दी है.
फिर भी, बाकी भवन की स्थिति भी ठीक नहीं है, जिससे डर का माहौल बना हुआ है.छात्र-छात्राएं अब भय के साए में विद्यालय परिसर में खुले आसमान के नीचे या धूप में बैठकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं.
BEEO ने क्या बताया ?
अतिरिक्त मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी राजेंद्र कुमार मीणा ने बताया रात के समय कक्ष की एक पट्टी टूट कर गिरी है. स्कूल प्रबंधन द्वारा बच्चों को जर्जर भवन में नहीं बिठाया जा रहा था. फिर भी गनीमती रही, बड़ा हादसा होने से टल गया. ग्रामीणों ने मांग की है कि विद्यालय भवन की जल्द से जल्द मरम्मत कराई जाए, ताकि बच्चों की शिक्षा बाधित न हो और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.
नहीं थम रहे स्कूली हादसे
हाल ही में झालावाड़ के पीपलोदी सरकारी स्कूल में हुए हादसे ने सभी का दिल झकझोर दिया था. इस हादसे में सात बच्चों की मौत हुई थी. सरकार और शिक्षा विभाग ने जर्जर स्कूल के भवनो की रिपोर्ट भी मांगी है. इसके बावजूद हादसे थमने का नाम नहीं ले रहे हैं.
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