राजस्थान में महिला डॉक्टर पर लिया गया एक्शन, प्रसूता की मौत पर 25 दिनों तक प्रदर्शन के बाद अब किया गया APO

राजस्थान के जालोर में एमसीएस जिला अस्पताल में प्रसूता खुशबू की मौत के बाद हंगामा मच गया. जिसमें डॉ. कमला भारती पर गलत इंजेक्शन का आरोप लगा, जिसके बाद अब उन्हें एपीओ कर दिया गया है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
प्रसूता खुशबू.

Rajasthan News: राजस्थान में जालोर के एमसीएस जिला अस्पताल में लगभग 25 दिन पहले एक 20 वर्षीय प्रसूता खुशबू की मौत ने हंगामा खड़ा कर दिया था. इस घटना में अस्पताल की डॉ. कमला भारती पर लगे गलत इंजेक्शन देने के आरोप लगा था. इसके बाद से महिला के परिजन लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं.

वहीं अब इस मामले में एक मोड आया है और लापरवाही के आरोपों के चलते महिला चिकित्सक डॉ. कमला भारती को एपीओ (Awaiting Posting Orders) कर दिया गया है. 

डॉ. पर गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप

जानकारी के अनुसार, सियाणा के चांदणा गांव निवासी जितेंद्र कुमार सरगरा की पत्नी खुशबू की अस्पताल में डिलीवरी के समय हो गई थी. जिसमें डॉक्टर पर गलत इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाया था. इसके बाद घटना से गुस्साए सरगरा समाज ने कलेक्ट्रेट के सामने सड़क जाम कर जोरदार प्रदर्शन किया और दोषी डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी.

डॉक्टर को APO कर दिया गया.

जानें क्या था पूरा मामला 

दरअसल खुशबू को प्रसव पीड़ा होने पर अस्पताल लाया गया. परिजनों का कहना है कि डॉ. कमला भारती ने पहले नॉर्मल डिलीवरी की बात कही, लेकिन बाद में ऑपरेशन का फैसला लिया. ऑपरेशन थिएटर में खुशबू को दो इंजेक्शन दिए गए, जिसके बाद उनकी हालत बिगड़ गई.

Advertisement

परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर ने झूठ बोला कि खुशबू बेहोश है, जबकि उनकी मौत हो चुकी थी. इसके बाद उन्हें पाली रेफर कर दिया गया. आहोर के एक निजी अस्पताल में जांच में पता चला कि खुशबू की मौत एक घंटे पहले ही हो चुकी थी.

घटना को लेकर प्रदर्शन करते हुए परिजन.

समाज का गुस्सा, सड़क पर प्रदर्शन

खुशबू की मौत से आक्रोशित सरगरा समाज ने कलेक्ट्रेट के सामने अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया. सैकड़ों लोग सड़क पर उतरे, नारेबाजी की और डॉ. कमला भारती के निलंबन की मांग की.

Advertisement

समाज ने मृतका के परिवार को मुआवजा और दोषी डॉक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग भी उठाई. वहीं अब 25 दिनों के बाद इस प्रदर्शन के दबाव में प्रशासन ने डॉ. कमला भारती को एपीओ (प्रतीक्षा आदेश) करने का आदेश दिया है.

प्रशासन का जवाब

कलेक्टर ने मामले की निष्पक्ष जांच का आश्वासन दिया है. परिजनों ने कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज की है. जांच पूरी होने तक समाज धरने पर डटा रहेगा. इस घटना ने अस्पताल की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं.

Advertisement

यह भी पढ़ें- Rajasthan: DSP ने महिला कॉन्स्टेबल पर उठाया हाथ, घटना पर हनुमान बेनीवाल ने राजस्थान के DGP से की बात