Churu News: तारानगर नगरपालिका ने अवैध कॉलोनियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है.शहर के बाहरी इलाकों में बिना स्वीकृति और भू-परिवर्तन के विकसित की गई कॉलोनियों पर अब कार्रवाई होगी. नगरपालिका प्रशासन ने अब तक 40 अवैध कॉलोनियों को चिह्नित कर लिया है और कई को नोटिस भी जारी किए गए हैं. बताया जा रहा है कि 2021 से 2024 के बीच इन कॉलोनियों का निर्माण हुआ, जिसमें नियमों की अनदेखी करते हुए लोगों को भूखंड बेचे गए.
ज़्यादातर कॉलोनियां कृषि भूमि पर विकसित की गई हैं, जिनका भू-परिवर्तन नहीं कराया गया और ना ही 90 बी की प्रक्रिया पूरी की गई है. इन अवैध कॉलोनियों में बुनियादी सुविधाओं का भी अभाव है, जिससे नगरपालिका को राजस्व का नुकसान भी उठाना पड़ रहा है. ऐसे में प्रशासन इन पर निर्माणों पर बुलडोज़र कार्रवाई कर सकता है.
अधिकारियों की मिलीभगत की आशंका
इस पूरे मामले में नगरपालिका के अधिकारियों की भूमिका भी सवालों के घेरे में है.अवैध कॉलोनियों की संख्या बढ़ने के पीछे प्रशासन की लापरवाही और अधिकारियों की मिलीभगत की आशंका जताई जा रही है. बिना स्वीकृति के विकसित इन कॉलोनियों में सड़कों, बिजली, पानी, स्वच्छता और अन्य नागरिक सुविधाओं की भारी कमी है. खास बात यह है कि एनडीटीवी की एक खबर के बाद नगरपालिका प्रशासन हरकत में आया और अब कार्रवाई की प्रक्रिया तेज की गई है.
संबंधित व्यक्तियों को नोटिस जारी किए गए
नगरपालिका के ईओ अजय प्रताप सिंह ने बताया कि जांच पूरी होते ही नियम के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी.उन्होंने कहा कि शहर के बाहरी इलाकों में अवैध कॉलोनियों का सर्वे जारी है और जिन कॉलोनियों को अब तक चिह्नित किया गया है, उनके संबंधित व्यक्तियों को नोटिस जारी किए गए हैं.ईओ ने नागरिकों से अपील की कि बिना स्वीकृति और भू-परिवर्तन की प्रक्रिया पूरी किए गए भूखंडों की खरीद-फरोख्त से बचें, ताकि भविष्य में किसी भी तरह की परेशानी न हो.
इन जगहों पर हो रहा सर्वे
अवैध कॉलोनियों की सबसे ज्यादा संख्या चंगोई, साहवा, चूरू और सरदारशहर रोड है. इसके अलावा, करणपुरा सड़क, गोगटिया सड़क, लूणास सड़क, खरतवास सड़क और अन्य इलाकों में भी कृषि भूमि पर कॉलोनियां काटी जा रही हैं. इन कॉलोनियों का न तो कोई ले-आउट प्लान स्वीकृत हुआ है और न ही 90 बी की प्रक्रिया पूरी की गई है.
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