फौज की नौकरी छोड़ बना धनकुबेर लूटेरा, गूगल पर सर्च कर देता था वारदात को अंजाम

नकबजन सतपाल नाम के शख्स से फौज की नौकरी छोड़कर अपराध की दुनिया में कदम रखा. इसके बाद उसने एक गिरोह बनाया जिसका मास्टरमाइंड वह खुद था.

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Rajasthan News: राजस्थान के अजमेर जिले में नकबजन सतपाल नाम के शख्स से फौज की नौकरी छोड़कर अपराध की दुनिया में कदम रखा. इसके बाद उसने एक गिरोह बनाया जिसका मास्टरमाइंड वह खुद था. बताया जाता है कि सतपाल वारदात को अंजाम देने के लिए गूगल का सहारा लेता था. जहां वह सर्च कर पॉश कॉलोनियों और महंगे फ्लैट की जानकारी निकालकर लूट और चोरी की वारदात को अंजाम देता था. बताया जाता है कि उसने 100 से भी अधिक वारदातों को अंजाम दे चुका है. वहीं लूट की संपत्ति से वह धनकुबेर बन चुका था. हालांकि, अजमेर की जिला स्पेशल टीम और मदनगंज थाना पुलिस ने इस मामले में बड़ी कार्रावाई करते हुए अंतर्राज्यीय अपराधी नकबजन सतपाल सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

नकबजन सतपाल और उसके गिरोह के पास से पुलिस ने वारदात में काम ली गई कार और चोरी के 16 लाख रुपये के आभूषण बरामद किये हैं. हाल ही में 22 मार्च को उसने अरिहंत बिहार आरके कॉलोनी में एख फ्लैट में वारदात को अंजाम दिया था जिसमें उसने 75 हजार, 21 तोला सोना, 1 किलो चांदी चोरी किये थे. जिसके बाद 23 मार्च को मामला दर्ज किया गया था.

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एसपी ने विशेष टीम का किया गठन

किशनगढ़ में लगातार दिनदहाड़े हो रही लूट और चोरी की वारदात पर अंकुश लगाने के लिए एक टीम का गठन किया गया इस टीम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण दीपक कुमार के सुपरविजन में किशनगढ़ शहर थाना अधिकारी दीपक चौधरी के नेतृत्व में एक संयुक्त टीम का गठन किया गया. टीम वारदात के घटना स्थलों का निरीक्षण कार्य सैकड़ो सीसीटीवी कैमरे और अन्य वैज्ञानिक तरीकों से छोटे से छोटे स्तर पर विश्लेषण किया और साक्ष्य जुटाए गए. संधिग्ध की पहचान कर उनके आने-जाने के रूट के संबंध में अनुसंधान शुरू कर दिया. लगातार प्रयास करते हुए आरोपियों की जयपुर, अलवर, भिवाड़ी ,झुंझुनू ,हरियाणा, गुरुग्राम ,मानेसर, हिसार ,भिवानी, दिल्ली आदि जगहों पर तलाश की गई . जिसके आधार पर घटना  कारित  वाले आरोपियों को चिन्हित किया गया. 

टीम द्वारा चिन्हित किए गए बदमाशों के ठिकानों पर सूचना के आधार पर सतपाल फौजी, विकास शर्मा और विकृम जीत  को गिरफ्तार किया गया. मास्टरमाइंड सतपाल ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह 2021 में श्याम नगर जयपुर से जेल जाने के बाद जनवरी 2024 में 3 साल बाद जेल से निकलने के बाद फरवरी महीने से अब तक अजमेर के किशनगढ़ में तीन वारदात जिसमें आरके कॉलोनी, मंगलम, गणपति एनक्लेव मैं चोरी की वारदात  करना कबूल की है. 

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राजस्थान के साथ दूसरे राज्यों में भी देते हैं वारदात को अंजाम

पुलिस पूछताछ में सतपाल फौजी ने बताया कि वह महाराष्ट्र ,गुजरात, गोवा, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल और भारत के कई राज्यों में 15 से अधिक वारदातें कर चुके हैं. बदमाशों से चोरी किए गए माल के संबंध में पूछताछ की जा रही है. जिनसे और भी वारदातें खुल सकती है और मदनगंज के अन्य प्रकरणों में माल बरामद के प्रयास जारी है. 

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शातिर बदमाश अपनी लग्जरी कार से आते और पॉश कॉलोनी वाले फ्लैट में जाकर वहां के सुरक्षाकर्मी और आसपास के लोगों को चकमा देकर वारदात को अंजाम देते. सभी आरोपियों ने बताया कि आरोपी गूगल में देश की पॉश और वीआईपी कालोनियां सर्च करने के बाद गिरोह के सदस्य रेकी करते  थे और फ्लैट्स पर जाकर ताला लगे फ्लैट्स को चिन्हित कर वारदात को अंजाम देते थे. 

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