नाराज कार्यकर्ताओं के पास जाएं, उन्हें मनाने की कोशिश करें... राजस्थान में बगावत के बीच जेपी नड्डा का संदेश

Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा द्वारा प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी होने के बाद से बवाल मचा है. कई सीटों पर भापजा द्वारा घोषित उम्मीदवारों का पार्टी के नेता-कार्यकर्ता ही विरोध कर रहे हैं. इस बीच अब भाजपा नाराज नेताओं-कार्यकर्ताओं को मनाने की कोशिश में जुट गई है.

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किशनगढ़ में अजमेर संभाग के नेताओं के साथ बैठक करते जेपी नड्डा.

Rajasthan Assembly Election 2023: प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी होने के बाद से राजस्थान भाजपा बवाल मचा है. पार्टी ने जिन 41 सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की है, उनमें से करीब एक दर्जन सीटों पर विरोध हो रहा है. जिन नेताओं का विरोध इसमें सांसद के साथ-साथ पार्टी के कद्दावर नेता भी शामिल है. भाजपा ने टिकट के लिए मचे इस बवाल को पाटने की कोशिश शुरू कर दी है. इस कड़ी में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा अलग-अलग संभागों का दौरा कर पार्टी ने नेताओं और कार्यकर्ताओं से बातचीत कर रहे हैं.

नाराज नेताओं को मनाने के लिए नड्डा ने दिया संदेश
बुधवार को जेपी नड्डा ने कोटा के बाद अजमेर के किशनगढ़ में संभागस्तरीय बैठक की. जिसमें उन्होंने कहा कि नाराज कार्यकर्ताओं के पास जाएं और उन्हें मनाने की कोशिश करें. किशनगढ़ की बैठक में नड्डा ने कहा कि एससी एसटी वर्ग के लोगों के घर पर जाकर कोशिश करें खाना नहीं खाएं. क्योंकि हो सकता है दलित परिवार के घर पर ज्यादा लोगों की खाने की व्यवस्था न हो.

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उन्होंने यह भी कहा कि अगर दलित वर्ग के लोग पानी पिलाएं तो पानी पीकर ही अपनी बात रखें और पार्टी के समर्थन में वोट मांगे. नड्डा ने युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष को कहा कि युवा खिलाड़ियों के पास जाए और उन्हें केंद्र सरकार की योजनाओं के बारे में बताएं, और पार्टी का प्रचार-प्रसार करें.
 

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साथ ही  जेपी नड्डा और सीपी जोशी ने कहा कि अभी से 80 वर्ष की उम्र पार करने वाले बुजुर्गों की एक लिस्ट बनाएं और उनके घर पर जाकर भी पार्टी के पक्ष में वोट मांगे और प्रचार करें. अपने-अपने क्षेत्र के सभी  व्यापारी एसोसिएशंस के सदस्यों और पदाधिकारी से मिले.

कोटा में बोले- लोगों ने भाजपा सरकार बनाने का मन बना लिया है
इससे पहले कोटा में जेपी नड्डा ने कहा कि राजस्थान के लोग 'भ्रष्टाचार में डूबी' कांग्रेस सरकार से 'ठगा हुआ' महसूस कर रहे हैं और उन्होंने राज्य में भाजपा को सत्ता में लाने का मन बना लिया है. कोटा, बूंदी और झालावाड़ के पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक करने कोटा पहुंचे नड्डा ने कहा कि युवाओं, किसानों और आम आदमी ने कांग्रेस को हटाने का फैसला कर लिया है. नड्डा ने कोटा में संवाददाताओं से कहा, 'मैं अपने कार्यकर्ताओं में जो उत्साह देख रहा हूं, वह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि राजस्थान के लोगों ने भाजपा के प्रति अपना मन बना लिया है और उन्होंने संकल्प लिया है कि वे राजस्थान में बदलाव चाहते हैं.'

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राजस्थान के लोग ठगा हुआ महसूस कर रहे हैंः नड्डा
भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने कहा, ‘‘जनता ने कांग्रेस की भ्रष्ट गहलोत सरकार को उखाड़ फेंकने का मन बना लिया है और परिवर्तन लाने का मन बना लिया है.'' नड्डा ने भ्रष्टाचार, पेपर लीक, किसान कर्ज माफी और महिलाओं पर अत्याचार को लेकर कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ''मैं देख रहा हूं कि एक तरह से राजस्थान के लोग ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं.''

नड्डा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के शासन के दौरान 19,000 से अधिक किसानों की जमीन नीलाम की गई. उन्होंने यह भी कहा कि कथित 'लाल डायरी' पर कांग्रेस नेताओं के बयान उनकी निराशा को दर्शाते हैं.

भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने कहा कि राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा के पक्ष में जबरदस्त उत्साह का माहौल है. नड्डा ने विश्वास जताया कि भाजपा आगामी चुनाव में कोटा संभाग की सभी 17 सीटें जीतेगी. इससे पहले दिन में, नड्डा ने पहले दौर में कोटा और बूंदी और दूसरे दौर में झालावाड़ और बारां के पार्टी पदाधिकारियों की बैठकें कीं. 

नड्डा के कोटा संभाग दौरे के सियासी मायने
उल्लेखनीय हो कि हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कांग्रेस का पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) के लिए जन जागरूकता अभियान शुरू किया था. इसके मद्देनजर नड्डा का कोटा संभाग का दौरा महत्वपूर्ण माना जा रहा है. इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री वसुधरा राजे का निर्वाचन क्षेत्र (झालरापाटन) भी कोटा संभाग में आता है. वहीं, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का लोकसभा क्षेत्र कोटा-बूंदी है. पार्टी सूत्रों के अनुसार बैठक में कोटा संभाग सहित हाड़ौती क्षेत्र की सभी 17 विधानसभा सीटों पर चर्चा हुई। सूत्रों के अनुसार इसके साथ ही बैठक में संगठन से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा होगी.

कोटा संभाग के चार जिले पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) के अंतर्गत आने वाले 13 जिलों में से हैं. राजस्थान में सत्तारूढ़ कांग्रेस केंद्र से ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा देने की मांग कर रही है. ईआरसीपी एक महत्वाकांक्षी परियोजना है जो लगभग दो लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधाओं को बढ़ाने में मदद करेगी और कोटा संभाग सहित पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों की पेयजल समस्याओं का समाधान करेगी.कांग्रेस में, अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली राज्य सरकार में तीन मंत्री - शांति धारीवाल (कोटा), प्रमोद जैन भाया (बारां) और अशोक चांदना (बूंदी) - भी कोटा संभाग से आते हैं. 


अजमेर में भाजपा ने इन प्रत्याशियों का हो रहा विरोध
कोटा संभाग की बैठकों के बाद नड्डा किशनगढ़ के लिए रवाना हुए जहां पार्टी नेताओं और मार्बल एसोसिएशन के सदस्यों ने उनका स्वागत किया। किशनगढ़ में मार्बल एसोसिएशन के सभागार में पार्टी अध्यक्ष की अजमेर संभाग के पदाधिकारियों के साथ बैठक हुई.

पार्टी ने पिछले सप्ताह जारी उम्मीदवारों को पहली सूची में अजमेर से सांसद भागीरथ चौधरी को किशनगढ़ विधानसभा सीट से टिकट दिया है, जिससे किशनगढ़ से टिकट मांग रहे विकास चौधरी के समर्थकों में नाराजगी है. इसके अलावा टोंक-देवली सीट पर भी पार्टी प्रत्याशी विजय बैंसला के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुआ। यह सीट भी अजमेर संभाग में आती है.

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