अस्पताल में रातभर भर्ती बच्ची का इलाज करने नहीं पहुंचे डॉक्टर, स्टाफ देते रहे झूठी तसल्ली, हुई मौत 

एक मासूम बच्ची का इलाज के दौरान निजी अस्पताल में निधन हो गया. परिजनों का आरोप है बच्ची की हालत खराब होने के बावजूद डॉक्टर ने उसे नहीं देखा. नर्सिंग स्टाफ के भरोसे उसे छोड़कर चले गए.

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Rajasthan News: राजस्थान में अस्पताल की लापरवाही तब सामने आई, जब रातभर बीमार पड़ी बच्ची को डॉक्टर ने नहीं देखा और डॉक्टर के आने का झूठा आश्वासन देते रहें. भीलवाड़ा शहर के सुभाष नगर थाना क्षेत्र में स्थित केशव हॉस्पिटल में रविवार को अरजिया गांव की एक मासूम की इलाज के दौरान मौत हो गई. मौत का समाचार गांव में फैलते ही काफी संख्या में ग्रामीण अस्पताल पहुंचे और डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया.

सूचना मिलने पर सुभाष नगर थाना प्रभारी दलपत सिंह मौके पहुंचे. उचित कार्रवाई का आश्वसन देकर मामले को शांत करवाया. ग्रामीण मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाने व डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे है.

बीमार बच्ची को छोड़ा नर्सिंग स्टाफ के भरोसे

मृतक बच्ची के चाचा दुर्गा लाल का कहना है कि रात भर बच्ची बीमार रही. लेकिन कोई डॉक्टर नहीं आएं, नर्सिंग स्टाफ के भरोसे ही मासूम का इलाज चल रहा था. हमारे परिवार वालों ने रात को ही स्टाफ को बताया कि बच्ची की तबीयत बिगड़ रही है, डॉक्टर को बोलो. हर बार आश्वासन देते रहे रहे. सुबह 6 बजे हमको आकर कहा कि बच्ची को आप बाहर ले जाओ रेफर कर देते हैं और थोड़ी देर में उसकी मौत हो गई.

मृतक की दादी शांति देवी का कहना है कि उसकी पोती को उल्टी और बुखार होने पर रात को भरती करवाया था. 8 साल की मासूम बच्ची का इलाज नहीं किया और पोती की मौत हो गई. ग्रामीण कार्रवाई की मांग कर रहे है. पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है. 

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