Rajasthan Politics: 'प्री-मेच्योर डिलीवरी का कोई फायदा नहीं', राजस्थान BJP प्रभारी ने ऐसा क्यों कहा?

भाजपा प्रभारी ने आगे कहा कि हम इतना मजबूत होना चाहते है कि कोई भी चुनाव हो. भाजपा का संगठन देखकर हमारे प्रत्याशी के सामने कोई भी चुनाव लड़ने को तैयार ना हो.

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उपचुनाव पर BJP प्रभारी राधामोहन अग्रवाल ने क्यों कही ये बात

Rajasthan Politics: राजस्थान के झुंझुनूं में शनिवार को भाजपा की संगठनात्मक बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ और भाजपा प्रभारी डॉ. राधामोहन दास अग्रवाल शामिल हुए. इस दौरान दोनों नेताओं ने उप चुनावों को लेकर भाजपा प्रभारी और प्रदेश अध्यक्ष ने सीधा और सपाट संदेश दिया कि चुनाव कोई व्यक्ति नहीं, बल्कि कमल का निशान लड़ेगा. संगठन के दम पर चुनाव लड़ना भी है और जीतना भी है.

'संगठन मजबूत करना है फोकस'

बैठक के बारे में डॉ. राधामोहन दास ने कहा कि आज की बैठक में चुनाव कोई एजेंडा नहीं था. मैं बच्चों के डॉक्टर हूं, जो समय पूर्व डिलीवरी नहीं करवाते. प्री मेच्योर बच्चे पैदा करने का कोई फायदा नहीं है. चुनाव घोषित होंगे तो तैयारी करेंगे. उन्होंने कहा कि हमारा पूरा फोकस फिलहाल संगठन को मजबूत करना है. ताकि कोई भी चुनाव हो. कोई भी प्रत्याशी हो. संगठन की ताकत पर जीतकर आए. 

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उपचुनाव को लेकर भाजपा प्रभारी क्या बोले

भाजपा प्रभारी ने आगे कहा कि हम इतना मजबूत होना चाहते है कि कोई भी चुनाव हो. भाजपा का संगठन देखकर हमारे प्रत्याशी के सामने कोई भी चुनाव लड़ने को तैयार ना हो. हम प्रदेश में इस बार सवा करोड़ सदस्य बनाने जा रहे हैं. इसके लिए हर विधानसभा में जाकर कार्यकर्ताओं को प्रेरित करेंगे. उन्होंने कहा कि झुंझुनूं उप चुनाव जीतना हमारे लिए कोई चुनौती नहीं है. आज कोई चर्चा नहीं हुई. हमेशा अब झुंझुनूं विधानसभा सीट भाजपा के पास रहेगी.

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भारत बंद को लेकर कांग्रेस पर बोला हमला

पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा के बयान पर पलटवार करते हुए राधामोहन दास ने कहा कि वे मूर्ख है. वे ना तो भाजपा को जानते हैं, ना ही राजेंद्र राठौड़ को जानते हैं और ना ही उन्हें जानते हैं. जब उनके पास कोई मुद्दा नहीं है. तो वे बेवजह राठौड़ को मुद्दा बना रहे हैं. कांग्रेस के पास कुछ नहीं बचा और कुकुरमुते कूड़े में ही पनपते हैं. भारत बंद को लेकर भाजपा प्रदेश प्रभारी ने कहा कि एससी-एसटी आरक्षण को लेकर गत दिनों हुए भारत बंद में एससी-एसटी समाज का कोई लेना देना नहीं था. यह बंद भाजपा विरोधी राजनैतिक गुंडों ने बुलाया था. जिन्होंने एससी-एसटी समाज के फर्जी कागज छपवाकर बंद करवाने की कोशिश की. जब बंद फ्लॉप हो गया तो कांग्रेस ने दोपहर बाद तोड़फोड़ करवाई.

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