Rajasthan Budget 2024-25: राजस्थान की भजनलाल शर्मा सरकार ने बुधवार को अपना पहला पूर्ण बजट पेश किया. वित्त मंत्री दीया कुमारी ने सदन में सदस्यों की मौजूदगी में करीब 2 घंटा 50 मिनट लंबा बजट स्पीच पढ़ा. जिसमें प्रदेश के विकास के कई बड़ी घोषणाएं की गई है. लेकिन बजट जैसे बड़े मौके पर भी सदन में कई वरिष्ठ नेताओं गैरमौजूदगी देखने को मिली. जिससे प्रदेश में नई सियासी हलचल शुरू हो गई है. दरअसल बजट के बाद भी हाल ही में मंत्री पद से इस्तीफा देने वाले किरोड़ी लाल मीणा, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और वसुंधरा राजे सदन में मौजूद नहीं थी. इनके अलावा और भी कई विधायक सदन से गायब थे. लेकिन इन तीन दिग्गजों की गैरमौजूदगी ने सियासी बाजार को गरमा दिया. दूसरी ओर सदन में विधानसभा चुनाव हारे कुछ नेता भी मौजूद थे. जिनकी मौजूदगी ने लोगों को चौंकाया.
गहलोत, वसुंधरा और किरोड़ी लाल रहे गैरहाजिर
बुधवार को राजस्थान विधानसभा में पेश हुए वित्तिय वर्ष 2024-25 के बजट के दौरान सदन में किरोड़ी लाल मीणा गैरहाजिर रहे. किरोड़ी लाल मीणा ने कुछ ही दिनों पहले मंत्रीपद से इस्तीफा दिया है. उनका इस्तीफा अभी मंजूर नहीं हुआ है. लेकिन किरोड़ी लाल विधायक के सरकारी काम-काज से दूर नजर आ रहे हैं.
बजट के दौरान किरोड़ी लाल की गैरमौजूदगी को विपक्ष ने कई बार मुद्दा भी बनाया. सदन में आज इसे लेकर कई बार हंगामा भी हुआ. जब वित्त मंत्री बजट स्पीच दे रही थी, उस समय कांग्रेस नेता कई बार किरोड़ी लाल सदन में आ रहे हैं या नहीं, यह सवाल पूछते नजर आए. आखिर में स्पीकर वासुदेव देवनानी ने तल्ख लहजे में उन्हें चेतावनी भी दी.
किरोड़ी लाल मीणा के अलावा पूर्व सीएम और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत भी सदन से गैरहाजिर रहे. अशोक गहलोत स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों के कारण सदन नहीं आए. मालूम हो कि गहलोत स्लिप डिस्क के शिकार हैं. फिलहाल उनका इलाज चल रहा है.
वसुंधरा न सदन में आई, न बजट पर कोई प्रतिक्रिया दीं
किरोड़ी और गहलोत के अलावा राज्य की पूर्व सीएम और भाजपा की कद्दावर नेता वसुंधरा राजे भी सदन में नजर नहीं आई. ना ही खबर लिखे जाने तक उन्होंने बजट को लेकर सोशल मीडिया पर भी कोई प्रतिक्रिया दी है. वसुंधरा सदन क्यों नहीं आई, इस संबंध में कोई ठोस जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है.
चुनाव हारने वाले इन नेताओं की मौजूदगी ने चौंकाया
इन तीन दिग्गज नेताओं की गैरमौजूदगी के अलावा बजट के दौरान सदन में मौजूद कई नेताओं की उपस्थिति ने भी चौंकाया. दरअसल विधानसभा चुनाव हारने के बाद भी बुधवार को राजस्थान के बजट के दौरान सदन में पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और भाजपा के पूर्व अध्यक्ष सतीश पूनिया नजर आए. इसके अलावा भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष और चित्तौड़गढ़ के सांसद सीपी जोशी और असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया भी सदन में मौजूद रहे.