Rajasthan Anta By Election 2025: राजस्थान में बारा जिले की अंता विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए नामांकन वापस लेने की समय सीमा सोमवार को समाप्त हो गई है. बीजेपी से पूर्व विधायक रामपाल मेघवाल समेत कुल 5 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन वापस लिया है. इसी के साथ अंता उपचुनाव में बीजेपी और कांग्रेस और निर्दलीय के कुल 15 प्रत्याशी मैदान में हैं. बीजेपी से मोरपाल सुमन तो कांग्रेस प्रमोद जैन भाया चुनावी मैदान में हैं, जबकि नरेश मीणा ने निर्दलीय मैदान में उतरकर अंता उपचुनाव को और दिलचस्प बना दिया है.
इन लोगों ने वापस लिया नामांकन
अंता उपचुनाव में नामांकन वापस लेने वालों में अभय दास जांगीड़, सुनीता मीणा, रामपाल मेघवाल, नरोत्तम पारिक और संतोष सुमन हैं. पूर्व विधायक रामपाल मेघवाल ने बीजेपी से बगावत करने के बाद अंता विधानसभा सीट पर उपचुनाव में निर्दलीय पर्चा भरा था. हालांकि, बाद में वह बीजेपी प्रदेश मदन राठौड़ से मुलाकात के बाद नामांकन वापस लेने पर सहमत हो गए. रामपाल मेघवाल और संतोष सुमन ने नामांकन वापस लेकर भाजपा प्रत्याशी मोरपाल सुमन को समर्थन देने का ऐलान किया है.
मैदान में डटे 15 प्रत्याशी
- मोरपाल सुमन-भाजपा
- प्रमोद जैन भाया -काग्रेस
- योगेश कुमार शर्मा -राइट टू विकास पार्टी
- राजपाल सिंह शेखावत- परिवर्तन पार्टी
- जमील अहमद निर्दलीय
- दिलदार
- धरमवीर
- नरेश
- नरेश कुमार मीणा
- नौशाद
- पंकज कुमार
- पुखराज सोनेल
- बंशीलाल
- बिलाल खान
- मंजूर आलम
बागियों के पीछ हटने से बीजेपी को मजबूती
बड़ी बात है कि बागी उम्मीदवारों के नामांकन वापसी से भाजपा को और मजबूती मिलेगी. भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने बताया कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में बीजेपी ने माइक्रो मैनेजमेंट स्तर तक तैयारी कर ली है. प्रदेश से लेकर स्थानीय स्तर तक लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है और हर बूथ पर संगठन की पकड़ मज़बूत की गई है. नरेश मीणा के मैदान में उतरने से के साथ इस सीट पर मुख्य रूप से तीन ध्रुव बन गए हैं.
पहला ध्रुव कांग्रेस के प्रमोद जैन भाया हैं, जो हाड़ौती क्षेत्र के एक कद्दावर और अनुभवी नेता हैं. दूसरा ध्रुव बीजेपी, जो मोरपाल सुमन को टिकट दिया है. वहीं, तीसरा ध्रुव निर्दलीय चुनाव लड़ रहे नरेश मीणा हैं. नरेश मीणा कांग्रेस के बागी नेता हैं और वह युवाओं और मीणा-धाकड़ वोट बैंक में अच्छी पकड़ रखते हैं. नरेश मीणा सीधे तौर पर कांग्रेस के वोट बैंक में सेंध लगाएंगे, जिसका फायदा बीजेपी को मिल सकता है.
यह भी पढे़ं-