'जनता मेरे बारे में सब जानती है', चुनाव आयोग के सस्पेंशन ऑर्डर पर राजस्थान कैडर के IPS का जवाब

Rajasthan IPS Reply on EC Suspension Order: किशन सहाय मीणा ने सस्पेंशन ऑर्डर जारी होने के 2 दिन बाद फेसबुक पोस्ट के जरिए अपनी प्रतिक्रिया दी है.

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आईपीएस किशन सहाय मीणा.

Rajasthan News: राजस्थान कैडर के आईपीएस अधिकारी किशन सहाय मीणा (Kishan Sahay IPS) ने शुक्रवार शाम फेसबुक पर एक पोस्ट लिखा है, जिसमें उन्होंने चुनाव आयोग (EC) की सस्पेंशन वाली कार्रवाई पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने लिखा, 'साथियों, आप लोग चिंता नहीं करें. यह विश्वास रखें कि न तो मैं झूठ बोलता हूं और न ही मेरे दिमाग में बेईमानी आती है. रही बात ड्यूटी की तो जहां मेरी पोस्टिंग रही है, वहां का पुलिस स्टाफ व जनता भी जानती है कि मैं ड्यूटी के प्रति कितना समर्पित रहा हूं. पद के कर्तव्यों के साथ-साथ रोजाना 100-50 लोग मुझसे मिलने आते हैं या फोन/मैसेज से मेरे संपर्क में आते हैं. आप सभी लोग भी मुझसे जुड़े हुए हो. अभी के मामले के बारे में बाद भी बताऊंगा.'

चुनाव ड्यूटी के दौरान लापरवाही के आरोप

झारखंड विधानसभा चुनाव में ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरतने के आरोप में 13 नवंबर को चुनाव आयोग ने आईपीएस को सस्पेंड कर दिया था. इस संबंध में चुनाव आयोग ने राजस्थान के मुख्य सचिव को एक पत्र भी लिखा था. इसमें इलेक्शन कमिशन ने लिखा कि, 'कृष्ण सहाय मीणा को झारखंड के गुमला जिले की तीन विधानसभा सीटों - सिसाई, गुमला, बिष्णुपुर - पर पुलिस पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया था. लेकिन, 28 अक्टूबर को वह ऑब्जर्वर की ड्यूटी पूरी होने से पहले ही बिना आयोग की परमिशन लिए गुमला से जयपुर चले गए. इसे ड्यूटी में अनियमितता और लापरवाही ठहराते हुए हम आईपीएस को सस्पेंड करने की सिफारिश करते हैं. उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी चलाई जाए और पत्र जारी होने के 7 दिन के अंदर मीणा को चार्जशीट सौंपी जाए.' 

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भगवान-अल्लाह को बता चुके हैं मनगढ़ंत

कृष्ण सहाय मीणा मूल रूप से सवाई माधोपुर जिले के रहने वाले हैं. वे 2004 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. वे अक्सर अपनी फेसबुक पोस्ट के लिए चर्चाओं में रहते हैं, जिन पर कई बार विवाद भी हो चुका है. पुलिस अधिकारी ने जनवरी 2023 में कहा था कि, 'दुनिया में जो कुछ भी है, वो विज्ञान की देन है, भगवान की नहीं. मैंने गीता से लेकर कुरान और बाइबिल भी पढ़ी है, जिसमें बस एक ही बात समझ आई कि विज्ञान के रास्ते पर चलकर ही इंसान तरक्की कर सकता है. ईश्वर, भगवान, गॉड, वाहेगुरु और अल्लाह मनगढ़ंत हैं. भगवान या अल्लाह होते तो वो भारतीय को गुलाम नहीं बनने देते.'

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