Rajasthan Yamuna Water Supply: राजस्थान के झुंझुनूं जिले के पिलानी में यमुना के पानी को लेकर महत्वपूर्ण बैठक हुई है. संयुक्त टास्क फोर्स की इस दूसरी बैठक में तय हो गया है कि एक महीने के अंदर-अंदर दोनों राज्यों के अधिकारियों की संयुक्त टास्क फोर्स अपनी अंतिम रिपोर्ट प्रस्तुत कर देगी. इसके बाद डीपीआर बनाने का कार्य शुरू हो जाएगा. इस बैठक की अध्यक्षता राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने की, जिसमें सूबे के जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत, जिले के प्रभारी मंत्री अविनाश गहलोत और यूडीएच मंत्री झाबरसिंह खर्रा आदि ने हिस्सा लिया.
हरियाणा के बॉर्डर इलाकों को भी मिलेगा पानी
यूडीएच मंत्री झाबरसिंह खर्रा ने इस बैठक की जानकारी देते हुए बताया कि यह लगभग तय हो गया है कि बिना कोई जमीन अधिग्रहण किए, भूमिगत पाइपलाइन से पानी लाया जाएगा. इसमें तीन पाइप लाइन आएंगी, जिसमें 2 राजस्थान के लिए और एक हरियाणा के लिए होगी. हरियाणा के भी बॉर्डर इलाकों को यमुना का पानी मिलेगा.
किसानों के फसल का मुआवजा देगी सरकार
खर्रा ने बताया कि भूमिगत पाइप लाइन लाने के दरमियान किसानों को फसल का नुकसान होगा, जिसके लिए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए है कि किसानों को किसी प्रकार का नुकसान नहीं होना चाहिए. किसानों को फसल के नुकसान का मुआवजा हरियाणा और राजस्थान सरकार देगी.
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