Rajasthan Politics: राजस्थान में 10 जुलाई को भजनलाल सरकार अपनी पहली पूर्णकालिक बजट पेश करने वाली है. वहीं बजट के एक दिन पहले कांग्रेस ने विधायक दल की बैठक बुलाई. विधायक दल की बैठक की अध्यक्षता नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने की. इस बैठक में पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा , प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट जैसे दिग्गज नेता मौजूद थे. वहीं कांग्रेस विधायक इस बैठक में शामिल हुए. विधायक दल की बैठक में बजट सत्र में सरकार को घेरने की रणनीति तैयार की गई. जबकि आगामी उपचुनाव को लेकर भी कांग्रेस ने अपनी रणनीति तैयार की है.
वहीं बैठक से पहले गोविंद सिंह डोटासरा ने मीडिया से बात करते हुए सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा है कि सरकार अपने मंत्रियों की अधिकारियों से जासूसी करवा रही है. साथ ही राजस्थान की सभी फाइलों की रिपोर्ट दिल्ली भेजी जा रही है. यह लोकतंत्र का अपमान है.
सरकार के मंत्री इस्तीफा लिये घूम रहे
गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा, राजस्थान के मंत्रियों को अपने ही काम की स्वायत्तता नहीं है. इस वजह से सरकार के मंत्री इस्तीफा लिये घूम रहे हैं. उन्होंने किरोड़ी लाल मीणा का उदाहरण देते हुए पूछा कि क्या सरकार ने उनकी भावना को कृषि विभाग में शामिल की? यही वजह है कि उन्होंने इस्तीफा दिया. उन्होंने कहा बजट पर सरकार ने नई शुरुआत की है. क्योंकि बजट पढ़ेगा कोई और बनाएगा कोई. बजट पर सरकार केवल बातें कर रही है बातों के अलावा कुछ नहीं किया है. सरकार के नेता अपने मन की बात कर रहे हैं. जबकि ये लोग एक दूसरे को पटखनी देने में लगे हैं.
गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि हमारी कांग्रेस सरकार में कृषि का अलग से बजट लाया गया था. लेकिन बीजेपी सरकार में तो कृषि मंत्री को ही पूछा नहीं जा रहा है. उन्होंने कहा मुझे नहीं लगता है कि बजट बना रहे अफसरों ने किरोड़ी लाल मीणा से कोई भी बात की है. उनसे किसी भी तरह की सलाह ली गई है.
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