लगातार दो हार से हताश कांग्रेस ने गढ़ी सीट से इस बार 8वीं पास को थमाया टिकट

गढ़ी में कांग्रेस के शंकरलाल चरपोटा का सीधा मुकाबला अब भाजपा के कैलाशचंद्र मीणा से होगा. साल 2008 के परिसीमन के बाद बनी गढ़ी विधानसभा में तीन बार से लगातार कांता भील को ही कांग्रेस ने टिकट दिया था. लेकिन उन्हें पिछली दो बार से हार का सामना करना पड़ रहा था.

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गढ़ी सीट प्रत्याशी शंकर चरपोटा (फाइल फोटो)
Banswara:

Rajasthan Election 2023: राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव ने जारी चौथी लिस्ट में कांग्रेस ने बांसवाड़ा जिले की गढ़ी विधानसभा सीट पर एक अप्रत्याशित निर्णय करते हुए पूर्व विधायक और वर्तमान में गढ़ी प्रधान कांता भील का टिकट काटकर नए चेहरे रूप में शंकरलाल चरपोटा को मौका दिया है. यह सीट कांग्रेस लगातार पिछले दो चुनावों से हार रही थी.

साल 2005 से 2015 तक शंकर चरपोटा की पत्नी धुली देवी पादेड़ा की सरपंच रहीं हैं. वहीं, साल 2015 से 2020 तक बेटा महेंद्र सरपंच रहा. फिलहाल उनकी पत्नी धुली देवी सरपंच हैं

ऐसे में अब जिले की पांचों विधानसभा सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशियों की तस्वीर साफ हो चुकी है. गढ़ी में कांग्रेस के शंकरलाल चरपोटा का सीधा मुकाबला अब भाजपा के कैलाशचंद्र मीणा से होगा. साल 2008 के परिसीमन के बाद बनी गढ़ी विधानसभा में तीन बार से लगातार कांता भील को ही कांग्रेस ने टिकट दिया था. लेकिन उन्हें पिछली दो बार से हार का सामना करना पड़ रहा था.

वर्ष 2003 में गढ़ी से विधायक बनी कांता भील को साल 2013 और 2018 के चुनाव में भी कांग्रेस प्रत्याशी रहीं थी. लेकिन दोनों ही बार उनको हार का सामना करना पड़ा. इसी वजह से कांग्रेस ने रणनीति में बदलाव करते हुए इस बार कांता का टिकट काट कर एक नए चेहरे को मौका दिया है.

वहीं, कांग्रेस ने इस बार 60 वर्षीय और 8वीं पास राशन कोटेदार शंकरलाल चरपोटा को मौक़ा दिया है. 15 साल तक राशन डीलर संघ के अध्यक्ष भी रहे चरपोटा साल 1995 में कांग्रेस की टिकट पर पंचायत समिति सदस्य बने थे. साल 2000 से 2005 तक पढेड़ी के सरपंच रहे और 2005 से 2010 तक कांग्रेस के गढ़ी के प्रधान रहे.

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