इस चुनाव बड़ी संख्या में पहली बार वोट करेंगे युवा, जानें मतदान को लेकर क्या बोलीं लड़कियां?

राजस्थान में एक आंकड़े के अनुसार 5.2 करोड़ मतदाता प्रदेश में नई सरकार चुनने के लिए 25 नवंबर को मतदान करेंगे. इनमें से 48.92 लाख युवा मतदाता राज्य में पहली बार मतदान करेंगे और राजस्थान विधानसभा चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाएंगे.

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चुनावी चर्चा के दौरान युवा मतदाता
चुरू:

Rajasthan Assembly Election: राजस्थान में विधानसभा चुनाव नजदीक है, अब गांव-शहर में चुनावी शोर सुनाई देने लगा है. प्रदेश में 30 अक्टूबर से नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है यहां  25 नवंबर को मतदान होना है और परिणाम 3 दिसंबर को आएंगे, जिसके बाद प्रदेश में नई सरकार का गठन हो सकेगा. वहीं इस बार युवा मतदाताओं का झुकाव किस तरफ होगा यह काफी अहम होने वाला है. बड़ी संख्या में ऐसे युवा हैं जो पहली बार मतदान करेंगे. 

राजस्थान में एक आंकड़े के अनुसार 5.2 करोड़ मतदाता प्रदेश में नई सरकार चुनने के लिए 25 नवंबर को मतदान करेंगे.  इनमें से 48.92 लाख मतदाता राज्य में पहली बार मतदान करेंगे और राजस्थान विधानसभा चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाएंगे. नए मतदाता 200 विधानसभा सीटों में से कम से कम 139 सीटों पर किंगमेकर की भूमिका में आ सकते हैं.

139 सीटों पर युवाओं का होगा विशेष प्रभाव'

राजस्थान में एक आंकड़े के अनुसार 5.2 करोड़ मतदाता प्रदेश में नई सरकार चुनने के लिए 25 नवंबर को मतदान करेंगे.  इनमें से 48.92 लाख मतदाता राज्य में पहली बार मतदान करेंगे और राजस्थान विधानसभा चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाएंगे. नए मतदाता 200 विधानसभा सीटों में से कम से कम 139 सीटों पर किंगमेकर की भूमिका में आ सकते हैं.

इन 139 सीटों पर नए वोटरों की संख्या पिछले विधानसभा चुनाव में दर्ज जीत के अंतर से कहीं ज्यादा है. एनडीटीवी राजस्थान ने पहली बार वोट करने छात्राओं से बात करके उनके मन को टटोलने की कोशिश की, आखिर इस बार पहली बार वोट करने वाले युवा किन मुद्दों को लेकर अपना मतदान करेंगे. वोट देने को लेकर उत्साहित युवाओं ने खुलकर अपने मुद्दे और अपनी समस्याएं सामने रखा.

'राजनीति में साफ-सुथरी छवि वाला प्रत्याशी मिलना मुश्किल'

पहली बार वोट डालने वाली छात्रा सुमन नाई ने बताया कि पहली बार मतदान करने के लिए उत्साहित हूं, मैं भी मतदान करके अपने देश के लोकतंत्र में भागीदार बनूंगी, मैं पूरे विवेक से अपना नेता का चयन करूंगी. सुमन ने कहा कि महिला सुरक्षा, अस्पतालों में अच्छी व्यवस्थाएं हो , वो इन मुद्दे पर हम मतदान करेंगी. सुमन के कहा, अब तो राजनीति में साफ सुथरी छवि के उम्मीदवार की कल्पना ही बेमानी है, हमें बिल्कुल उम्मीद नहीं है, लेकिन फिर भी हम कोशिश करेंगे कि अच्छा उम्मीदवार जीतकर विधानसभा जाएं. 

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गांव में शुरू है चुनावी चर्चा, 'काम पर जाएगा वोट'

वहीं, छात्रा अवधेश ने कहा, मैं गांव से आती हूं, शहरों से पहले ही गांव में चुनावी माहौल शुरू हो गया. अवधेश ने कहा कि गांव के मतदाताओं के सामने यही होता है कि आखिर उम्मीदवार ने उनके लिए क्या किया है. क्योंकि गांव में बहुत ज्यादा पढ़े-लिखे मतदाता नहीं होते हैं. ऐसे में ग्रामीण इसी सोच के साथ अपना वोट देते हैं कि नेता जी ने हमारे लिए क्या किया है. 

गांव में चुनावी चर्चाएं बहुत पहले ही शुरू हो चुकी है और हर मुद्दों पर चर्चाएं में हो रही है. सुमन ने आगे बताया कि वैसे तो गांव में जाति के आधार पर भी वोट पड़ते हैं, लेकिन जो शिक्षित युवा हैं वो नई पीढ़ी के युवा हैं. उसने कहा कि वह विकास के मुद्दे पर या साफ सुथरी छवि के नेता को ही वोट करेंगे. बाकी चुनाव में जाति फैक्टर भी हावी रहता है.

नाजिया, जो पहली बार वोट करेंगी, उसने बताया कि चुनाव अपने साथ में उम्मीदें लेकर आता है, नाजिया आक्रामक होकर कहती हैं कि सरकारी योजनाएं तो बहुत सारी आती हैं, लेकिन जिनको योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए, उन तक वह योजनाएं पहुंचती ही नहीं है. अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को पता ही नहीं होता कि उनके लिए योजनाएं आई है, ऐसे में योजना का फायदा सही व्यक्ति तक नहीं पहुंच पाता है. इसके अलावा प्रदेश में पेपर लीक हुए हैं, युवाओं को परेशानी हुई है.नाजिया कांग्रेस और भाजपा दोनों से ही ना खुश नजर आई.

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'स्वास्थ्य, शिक्षा की बात करने वाले को देंगे वोट'

एक अन्य छात्र सुहानी खंडेलवाल ने बताया कि पिछले 5 सालों में बहुत ज्यादा विकास दिखाई देता नहीं है, कुछ बदलाव नहीं हुआ है. अस्पतालों की हालात आज भी खराब है,साफ-सफाई भी दिखाई नहीं देती है. सरकारी योजनाओं का लाभ सही व्यक्ति तक नहीं पहुंच रहा है. वहीं, छात्रा रश्मि जांगिड़ ने अपनी बात रखते हुए कहा कि आजकल ऐसा ही हो रहा है, जिसके पास पैसा है उसी का काम हो रहा है, भ्रष्टाचार बहुत बढ़ गया है, मैं उसे नेता को अपना वोट दूंगी जो जनता की सुनेगा और जनता के काम करेगा.

30 अक्टूबर से 6 नवम्बर तक कर सकेंगे नामांकन

गौरतलब है कि प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए सोमवार 30 अक्टूबर को अधिसूचना जारी होने के साथ ही नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है. विधानसभा क्षेत्र में रिटर्निंग अधिकारी को फॉर्म जमा करवाने होंगे. 6 नवम्बर तक प्रत्याशी अपना नामांकन दाखिल कर सकेंगें. 7 नवंबर को नामांकन फॉमों की जांच होगी, सामान्य वर्ग के प्रत्याशियों को 10 हजार रूपए और एससी और एसटी वर्ग के प्रत्याशियों को 5 हजार रूपय जमानत राशि जमा करवानी होगी. 

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जमानत राशि की रसीद के साथ उम्मीदवार रिटर्निंग अधिकारी को आवेदन पत्र जमा करवा सकेंगे. आवेदन जमा करवाते समय 100 मीटर दायरे में प्रत्याशी भीड़ नहीं साथ ले सकता है. नामांकन स्थल पर पुलिस फोर्स की तैनाती रहेगी. बता दें 30 अक्टूबर से 6 नवंबर तक नामांकन दाखिल होंगे, 7 पत्र नवंबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी. 9 नवंबर को चुनाव चिन्ह आवंटित किए जाएंगे और 25 नवंबर को वोटिंग होगी, मतगणना 3 दिसंबर को करवाई जाएगी.

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