Rajasthan By Election 2025: राजस्थान की अंता विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान समाप्त हो गया है. चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, शाम 5 बजे तक अंता में 77.98 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. अंता सीट बीजेपी के विधायक कंवरलाल मीणा के अयोग्य घोषित किए जाने के बाद खाली हुई थी. अंता में बीजेपी के मोरपाल सुमन, कांग्रेस प्रमोद जैन भाया और नरेश मीणा निर्दलीय मैदान में हैं. मतदान के दौरान अंता के लगभग सभी पोलिंग स्टेशनों पर सुबह से ही वोटर्स में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला. हालांकि, अंता विधानसभा का एक ऐसा गांव भी रहा, जहां पर मतदान केंद्र पर पूरे दिन सन्नाटा रहा.
मतदान केंद्र पर पड़े मात्र 1 वोट
बात हो रही है कि अंता विधानसभा के छोटे से गांव सांकली की, जहां मतदान केंद्र पर पूरे दिन सन्नाटा छाया रहा है. 763 मतदाता वाले इस गांव के मतदान केंद्र पर मात्र 01 वोट ही पड़ा है. जानकारी के अनुसार, गांव के लोगों ने बुनियादी समस्याओं को लेकर मतदान का बहिष्कार करने का फैसला किया था. ग्रामीणों का कहना है कि वे बुनियादी सुविधाओं का इंतजार करते-करते थक गए हैं, इसलिए इस उपचुनाव में वोट नहीं डालने का फैसला किया है.
ग्रामीण विनोद मीणा ने कहा कि सांकली को आस-पास के गांवों से जोड़ने वाली पांचों सड़कें हर मानसून में जलमग्न हो जाती हैं. कई दिन तक हम बाहरी दुनिया से कटे रहते हैं. एक अन्य स्थानीय निवासी सोनू ने कहा कि श्मशान घाट जाने तक के लिए ठीक ठाक सड़क नहीं है. उन्होंने कहा 'जब किसी की मौत हो जाती है तो अर्थी भी कीचड़ भरे, टूटे-फूटे रास्ते से ले जानी पड़ती है तो बड़ा कष्ट होता है.
लोगों का इंतजार करते रहे मतदानकर्मी
किसान हरिओम ने कहा कि वोट नहीं डालने का फैसला आवेश में नहीं किया गया. उन्होंने कहा, "हमने कई बार ज्ञापन सौंपे हैं और अधिकारियों से मिले." इस उपचुनाव से पहले भी, हमने प्रशासन को चेतावनी दी थी कि हमारी मांगें नहीं मानी तो हम मतदान नहीं करेंगे. उपचुनाव के लिए मतदान के लिए मंगलवार को गांव का मतदान केंद्र खाली पड़ा रहा. मतदान कर्मी, मतदाताओं का इंतजार करते रहे. अधिकारियों ने कहा कि निर्वाचन क्षेत्र के अन्य हिस्सों में मतदान शांतिपूर्ण रहा और दिन भर मतदान प्रतिशत धीरे-धीरे बढ़ता रहा.
बता दें कि अंता उप-चुनाव को वर्तमान सरकार के 2 साल के कार्यकाल पर लिटमस टेस्ट माना जा रहा है, यही वजह है कि कांग्रेस और भाजपा दोनों ने इस पर अपनी पूरी ताकत झोंक दी है, जिससे मुकाबला बेहद दिलचस्प हो गया है. हालांकि, नरेश मीणा के कारण मुख्य मुकाबला त्रिकोणीय माना जा रहा है.
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