कांग्रेस सरकार ने जो योजनाएं शुरू की है, वह सिर्फ 3 महीने के लिए हैः हेमंत बिस्वा सरमा

हाडोती में वसुंधरा राजे की गैर मौजूदगी में परिवर्तन यात्रा निकली. कोटा में आयोजित सभा में वसुंधरा समर्थक भाजपा नेता शामिल नहीं हुए. इस पर हेमंता विस्वा सरमा बोले कि पार्टी में छोटी-मोटी बात चलती रहती है लेकिन हम सब एक हैं.

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कोटा में परिवर्तन यात्रा में शिरकत करते हुए असम सीएम हेमंत बिस्वा सरमा
कोटा:

परिवर्तन यात्रा में गुरूवार को कोटा में शामिल हुए असम के मुख्यमंत्री हेमंता बिस्वा सरमा ने कांग्रेस सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने जो योजनाएं शुरू की है, वह सिर्फ 3 महीने के लिए है. चुनाव नजदीक आते ही योजनाएं लाना कांग्रेस के डर को दिखाता है.

उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार हमेशा योजनाओं को दिल से लाती है और सरकार करके दिखाती है. उन्होंने असम में पेट्रोल डीजल राजस्थान से कम होने साथ ही बिजली के दाम भी राजस्थान में ज्यादा होने की बात कहते हुए कहा कि गहलोत सरकार को पहले पेट्रोल डीजल के दाम कम करने चाहिए. ना कि ऐसी योजनाएं लाना जो सिर्फ चुनावी हो.

हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चुनाव लड़ रहे हैं. वसुंधरा राजे की इसमें कोई नाराजगी नहीं है. वसुंधरा राजे के नेतृत्व में ही यह यात्रा की शुरुआत की गई थी. जब भी भारत माता की जय का नारा लगाया जाता है. तो सब एक मंच पर आकर खड़े हो जाते हैं.                                                                                                            -हेमंत बिस्वा सरमा

गौरतलब है बीजेपी की परिवर्तन संकल्प यात्रा गुरूवार को बीजेपी के गढ़ हाडोती पहुंची, लेकिन राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का गढ़ कहे जाने वाले हाड़ौती में इस बार अंतर्कलह साफ-साफ दिख गया. हाडौती में शामिल 4 जिले क्रमशः कोटा, बूंदी, बारा, झालावाड़ वसुंधरा राजे का गृह क्षेत्र कहा जाता है.

पिछले 20 साल से हाडोती में बीजेपी की ऐसी कोई यात्रा नहीं रही, जिसका नेतृत्व वसुंधरा राजे ने नहीं किया हो. लेकिन परिवर्तन संकल्प यात्रा में राजे की दूरी के लिए मुसीबत का सबब बन सकता है.

गुरूवार को कोटा में आयोजित परिवर्तन यात्रा के समापन सभा में वसुंधरा राजे समर्थक भाजपा नेता पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल, भवानी सिंह राजावत सहित अन्य नेताओं ने सभा से दूरी बनाए रखी. हालांकि सभा में मुख्य वक्ता के तौर पर शामिल हुए असम के मुख्यमंत्री हेमंता विस्व सरमा ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि पार्टी में छोटी-मोटी बात चलती रहती है.

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 ओम बिरला के खेमे के पास रही यात्रा की कमान

बीजेपी का गढ़ कहे जाने वाले हाडोती में परिवर्तन यात्रा के दौरान गुटबाजी भी साफ तौर पर नजर आई. पूर्व विधायक भवानी सिंह राजावत ने जहां यात्रा के स्वागत के दौरान कार्यकर्ताओं के अपमान का आरोप लगाया और प्रदेश अध्यक्ष से शिकायत करने की बात कही. वहीं, सभा में भीड़ जुटाने में माहिर माने जाने वाले पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल कोटा में आयोजित हुई सभा में नजर नहीं आए. उन्होंने भी बीजेपी के बड़े कार्यक्रमों से दूरी बनाई हुई है.

 राजे के समर्थक नेता नदारद नज़र आए

कोटा शहर में परिवर्तन यात्रा के समापन पर सब नयापुरा उमेद सिंह स्टेडियम के बाहर यात्रा के स्वागत से लेकर सभा के भव्य आयोजन तक की जिम्मेदारी वसुधरा राजे के समर्थक भाजपा नेताओं की थी, लेकिन वो सभी मौके से नदारद थे. परिवर्तन यात्रा में लोकसभा स्पीकर के करीबी माने जाने वाले पूर्व कृषि मंत्री प्रभु लाल सैनी, विधायक संदीप शर्मा, कल्पना देवी, मदन दिलावर चंद्रकांता मेघवाल, अशोक डोगरा समेत जिला संगठन के पदाधिकारी शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे. 

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