Didwana News: डीडवाना जिले से होकर गुजर रही पावर ग्रिड की 765 केवी लाइन के निर्माण के दौरान आज एक किसान 130 फिट ऊंचे टावर पर चढ़ गया. इस दौरान किसान ने पावर ग्रिड के अधिकारियों पर उन्हें मुआवजा नहीं देने और जोर जबरदस्ती से बिजली के टावर उनके खेतों में खड़े करने का आरोप लगाया. किसान के टावर पर चढ़ने की सूचना पर मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई, वहीं बरड़वा थाना पुलिस और तहसीलदार भी मौके पर पहुंचे, लेकिन किसान नीचे नहीं उतरा.
जमीन का कोई मुआवजा नहीं दिया जा रहा
आपको बता दें कि पावर ग्रिड की बिजली लाइन के लिए बड़े-बड़े टावर खड़े किए जा रहे हैं. यह टावर किसानों के खेतों में खड़े किए जा रहे हैं, लेकिन किसानों का आरोप है कि टावर की जद में उसका मकान ओर जल का कुंड आ रहा है और अधिकारी उसका मकान व कुंड तोड़ने पर आमादा है. वहीं उन्हें जमीन का कोई मुआवजा नहीं दिया जा रहा है. इसी क्रम में नुवा गांव निवासी किसान शिवराज भक्त आज अपने खेत में बन रहे बिजली के टावर पर चढ़ गया और पावर ग्रिड लाइन का काम रुकवा दिया.
अधिकारी फसलों को रौंद कर नुकसान पहुंचा रहे हैं
सूचना पर अनेक किसान नेता भी मौके पर पहुंचे. वहीं किसान शिवराज भक्त ने प्रशासन व पावर ग्रिड के अधिकारियों पर किसानों के साथ दोगलापन करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा की पावर ग्रिड की लाइन का निर्माण जबरदस्ती और किसानों को डरा धमकाकर किया जा रहा है. खेत में फसलें तैयार खड़ी है, लेकिन अधिकारी फसलों को रौंद कर नुकसान पहुंचा रहे हैं. किसानों को ना तो फसल का और जमीन का कोई मुआवजा नहीं दिया जा रहा. किसान ने मुआवजा नहीं देने पर टावर से कूदकर आत्महत्या की भी चेतावनी दी. बाद में मौके पर पहुंची पुलिस और लोगों ने किसान से समझाईश की, साथ ही उसे मुआवजे का आश्वासन दिया. जिसके बाद भी किसान अब तक नीचे नहीं उतरा है.
यह भी पढ़ें- राजस्थान में 222 RAS अधिकारियों का ट्रांसफर, राज्य में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल