Lok Sabha Elections 2024: राजस्थान की बारां-झालावाड़ लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी उर्मिला जैन भाया, उनके पति प्रमोद जैन भाया और पूर्व नगर परिषद सभापति कैलाश पारस सहित अन्य के खिलाफ पुलिस ने शनिवार को मुकदमा दर्ज कर लिया है. इन सभी पर बारां में नाकोड़ा कॉलोनी में प्लानिंग के दौरान छोड़े गए पार्कों की सरकारी जमीन को बेचने का आरोप लगा है. FIR में प्रॉपर्टी का काम करने वाले कांग्रेस नेता के नजदीकी को भी आरोपी बनाया गया है, जिनमें उर्मिला जैन भाया, पूर्व खान मंत्री प्रमोद जैन भाया, नगर परिषद सभापति कैलाश पारस, कांग्रेस नेता कमल सोनी सहित अन्य के नाम हैं.
सरकारी पार्क की जमीन बेचने का आरोप
पुलिस द्वारा कोतवाली थाने में दर्ज की गई FIR के मुताबिक, कृष्णा कॉलोनी निवासी भाजपा के वार्ड पार्षद द्वारा कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है. जिसमें आरोपियों पर मिलीभगत कर पार्क ओसीएफ की जमीन का अवैध बेचान कर लाखों रुपए के घोटाले की बात कही गई है. एफआईआर में बताया गया है कि कांग्रेस नेता और इनके डमी व्यक्तियों की साझेदारी में काटी गई नाकोड़ा कॉलोनी में ज्यादातर पार्क ओसीएफ पीयू की जमीनों को नियम विरुद्ध मोटी रकम लेकर कांग्रेस नेता और उनके पार्टनरों ने बेच दिया है. वहीं खरीदारों को अंधेरे में रखकर सरकारी और जन उपयोगी जमीनें बेची गई हैं जो कॉलोनी में रह रहे लोगों के उपयोग के लिए थीं.
हाईकोर्ट ने लगाया हुआ है बैन
जबकि राजस्थान हाईकोर्ट और राज्य सरकार द्वारा ऐसे बेचान और नियमन पर सख्ती से रोक लगाई हुई है. ऐसी ओसीएफ की भूमि सिर्फ आमजन के उपयोग की होती है. इस तरह का बेचान जनता के हितों पर कुठाराघात है. बारां कोतवाली थाना अधिकारी रामबिलास मीणा ने बताया कि प्रकरण संख्या 272/2024 कोतवाली बारां में दर्ज है, जिसमें आरोपियों पर ओसीएफ पार्क की जमीन बेचने का आरोप है. मामले में मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान किया जा रहा है.
पुलिस कर रही है जांच
वहीं उर्मिला जैन भाया को फिलहाल कांग्रेस ने बारां झालावाड़ से चुनावी मैदान में उतारा हुआ है और बारां जिला प्रमुख के पद पर आसीन हैं. लेकिन इस मामले को लेकर उनकी तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है और वो अपने चुनावी प्रचार में क्षेत्र के दौरों पर है. तो पुलिस मामले की गहना से जांच कर रही है.
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