Rajasthan News: राजस्थान पर्यावरण संरक्षण और नवाचार की दिशा में एक नया इतिहास रचने जा रहा है. जयपुर की कंपनी रीग्रिप इंडिया प्राइवेट लिमिटेड देश का सबसे बड़ा टायर रीसाइक्लिंग प्लांट स्थापित कर रही है. इस प्लांट की डिजिटल शुरुआत शनिवार को जयपुर के होटल रोज़ एमेर में हुई. इस मौके पर उप मुख्यमंत्री प्रेम चंद बैरवा, अभिनेता और निवेशक सुनील शेट्टी, कंपनी के सीईओ तुषार सुहालका और निदेशक महावीर शर्मा मौजूद रहे.
पर्यावरण के लिए क्रांतिकारी कदम
उप मुख्यमंत्री प्रेम चंद बैरवा ने कहा कि राजस्थान स्टार्टअप और नई तकनीकों के जरिए देश की पर्यावरण क्रांति में अहम भूमिका निभा रहा है. राज्य सरकार की नीतियां ऐसी परियोजनाओं को बढ़ावा दे रही हैं. यह प्लांट न केवल पर्यावरण को स्वच्छ रखेगा बल्कि राजस्थान को टायर रीसाइक्लिंग का राष्ट्रीय केंद्र बनाएगा.
सुनील शेट्टी का सकारात्मक संदेश
अभिनेता सुनील शेट्टी ने कहा कि पुराने टायर भारत की बड़ी पर्यावरणीय समस्या हैं. रीग्रिप इस चुनौती को तकनीक के साथ अवसर में बदल रहा है. उन्होंने इसे एक प्रेरणादायक कदम बताया, जो भारत को कचरे से संसाधन बनाने की दिशा में ले जाएगा.
आधुनिक तकनीक से रीसाइक्लिंग
रीग्रिप के सीईओ तुषार सुहालका ने बताया कि यह प्लांट भारतीय तकनीक 'कंटिन्युअस पाइरोलिसिस' से चलेगा. यह 24 घंटे काम करेगा और प्रतिदिन 180 टन टायर रीसाइकिल करेगा. सालाना 54,000 टन टायर से कार्बन ब्लैक, पाइरोलिसिस ऑयल और स्टील बनेगा. इससे हर साल इतना कार्बन उत्सर्जन कम होगा, जितना 1 लाख कारों को सड़क से हटाने के बराबर है.
भारत को टायर-न्यूट्रल बनाने का सपना
भारत में हर साल 34 लाख टन से ज्यादा टायर कचरा बनते हैं, जिनका रीसाइक्लिंग अक्सर हानिकारक तरीकों से होता है. रीग्रिप का यह प्लांट स्वच्छ और सुरक्षित रीसाइक्लिंग का मॉडल बनेगा. कंपनी का लक्ष्य 2035 तक भारत को टायर-न्यूट्रल देश बनाना और वैश्विक स्तर पर सस्टेनेबल रीसाइक्लिंग में नेतृत्व करना है. यह प्लांट राजस्थान को सर्कुलर इकोनॉमी का नया प्रतीक बनाएगा.
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