Rajasthan News: राजस्थान के 13 लाख से अधिक सरकारी कर्मचारियों के लिए राहत है. लंबे समय से रुकी हुई राजस्थान सरकारी स्वास्थ्य योजना (RGHS) के तहत कैशलेस इलाज की सुविधा फिर से शुरू हो गई है. यह फैसला सोमवार को मुख्य सचिव गायत्री राठौड़ की अध्यक्षता में हुई एक महत्वपूर्ण बैठक में लिया गया. इस बैठक में अस्पताल संचालकों और RGHS सलाहकार समिति के सभी आठ सदस्य शामिल थे.
कर्मचारियों को मिलेगा फ्री इलाज
सरकारी कर्मचारियों को अब निजी अस्पतालों में कैशलेस इलाज मिलेगा. सरकार ने 31 मार्च 2025 तक के सभी लंबित दावों का भुगतान 31 जुलाई 2025 तक करने का वादा किया है. भविष्य में दावों का भुगतान 45 से घटाकर 4 दिन में करने की योजना है. इससे कर्मचारियों को तुरंत राहत मिलेगी और अस्पतालों को समय पर पैसे मिलेंगे.
योजना को और बेहतर बनाने के कदम
सरकार ने योजना को सुचारू बनाने के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं. एक मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) तैयार की जाएगी जिसे तीन महीने में अंतिम रूप दे दिया जाएगा. कर्मचारियों की सुविधा के लिए न्यूनतम दस्तावेज प्रोटोकॉल लागू होगा ताकि इलाज के दौरान कागजी कार्रवाई का बोझ कम हो. साथ ही फार्मेसी और अस्पताल प्रतिनिधियों के साथ नियमित बातचीत होगी ताकि कोई दिक्कत न आए. टीएमसी एक्सेस की प्रक्रिया को भी तेज किया जाएगा जिससे योजना का लाभ आसानी से मिल सके.
जानें क्यों रुकी थी योजना
पिछले छह महीनों से RGHS योजना निजी अस्पतालों में बंद थी. अस्पतालों को समय पर भुगतान न मिलने के कारण कर्मचारियों को इलाज के लिए अपनी जेब से खर्च करना पड़ रहा था. अब सरकार के लिखित आश्वासन और सकारात्मक चर्चा के बाद यह सुविधा फिर से शुरू की गई है. यह फैसला सरकारी कर्मचारियों के लिए बड़ी राहत लेकर आया है. अब वे बिना आर्थिक चिंता के कैशलेस इलाज का लाभ उठा सकेंगे.
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