राजस्थान में आदि महोत्सव का आगाज, राज्यपाल हरिभाऊ बागडे बोले- 'देश के बच्चे पढ़ेंगे तभी कम होगी गरीबी'

राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने शुक्रवार को जयपुर के जवाहर कला केंद्र के शिल्प ग्राम में "आदि महोत्सव" का शुभारम्भ किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जनजातीय शिक्षा से वंचित बच्चों के बारे में जानकारी दें और उनको शिक्षा प्रयासों में सहयोग करें.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
राज्यपाल हरिभाऊ बागडे.

Aadi Mahotsav 2024 News: राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने शुक्रवार को जयपुर के जवाहर कला केंद्र के शिल्प ग्राम में जनजातीय कार्य मंत्रालय, भारत सरकार, ट्राइफेड और नगर निगम ग्रेटर के "आदि महोत्सव" का शुभारम्भ किया. इस अवसर पर उन्होंने महोत्सव में देशभर के राज्यों से भाग लेने वाले शिल्पकारों, कलाकारों का अभिनंदन करते हुए आम जन से आह्वान किया कि दैनिक जीवन में जनजातीय उत्पादों का अधिकाधिक उपयोग किया जाए.

शिक्षा के अवसरों में करें वृद्धि 

राज्यपाल ने आदिवासी परंपराओं के संरक्षण पर जोर देते हुए प्रकृति पोषण से जुड़े उनके कार्य अपनाए जाने की आवश्यकता जताई. उन्होंने जनजातियों के समग्र विकास के लिये उनसे जुड़े क्षेत्र की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर उनके आजीविका के अधिकाधिक अवसर प्रदान करने की आवश्यकता जताई. उन्होंने बताया कि राजस्थान में आदिवासी जनसंख्या 13 से साढ़े 13 प्रतिशत है. इनकी शिक्षा के अवसरों में वृद्धि के साथ युवाओं को कौशल विकास के लिए कार्य हों.

बिरसा मुंडा पर फूल चढ़ाते हुए राज्यपाल.

देश के बच्चे पढ़ेंगे तब कम होगी गरीबी 

राज्यपाल ने आगे कहा कि देश की गरीबी तभी कम होगी जब राष्ट्र के बच्चे पढ़ेंगे. राज्य सरकार के स्तर पर भीख मांगने वाले नहीं पढ़ने वाले सौ परिवारों को चिह्नित कर स्कूल भेजे जाने की व्यवस्था की गई है. उन्होंने आम जन से भी आह्वान किया कि वे जनजातीय शिक्षा से वंचित बच्चों के बारे में जानकारी दें और उनको शिक्षा प्रयासों में सहयोग करें.

लोगों को सम्मानितकरते हुए राज्यपाल.

बस्तियों को सुविधाओं से करें लाभान्वित

बागडे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जनजाति दिवस पर 'जनजातीय न्याय महाअभियान—जनमन की देश में शुरूआत की है. जनजाति परिवारों और बस्तियों को बुनियादी सुविधाओं से लाभान्वित करने के अंतर्गत इस योजना में 24 हजार करोड़ रुपए के कार्य प्रारंभ किए गए है. उन्होंने प्रधामंत्री द्वारा 'धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान' प्रारंभ करने की चर्चा करते हुए कहा कि जनजातीय आबादी के लिए समान अवसरों का सृजन,सामाजिक-आर्थिक स्तर का विकास, बुनियादी ढांचे का सुधार और स्वास्थ्य, शिक्षा और आजीविका के क्षेत्र में ठोस कार्य किए जाएं.

Advertisement

आदिवासी वस्तुओं को देखते हुए राज्यपाल.

यह भी पढ़ें - पकड़ा गया बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ को जान से मारने की धमकी देने वाला शख्स