Health News: राजस्थान की 586 ग्राम पंचायतें टीबी मुक्त घोषित कर दी गई हैं। यह जानकारी शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने दी. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, राजस्थान को टीबी मुक्त बनाने की दिशा में विभाग तेजी से काम कर रहा है. विभाग के लगातार प्रयासों से भारत सरकार के केन्द्रीय क्षय अनुभाग ने राज्य की 586 ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त घोषित किया गया है.
चिकित्सा मंत्री ने थपथपाई पीठ
प्रदेश को मिली इस उपलब्धि पर राज्य के चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने कहा कि राज्य के लिए यह महत्वपूर्ण बात है. चिकित्सा विभाग के जरिए टीबी रोगियों को बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाएं एवं योजनाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करते हुए यह सफलता प्राप्त की गई है.उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश में आगे भी टीबी मुक्त राजस्थान अभियान को प्रतिबद्धता के साथ संचालित किया जाएगा.
पीएम ने चलाया था अभियान
इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग की अपर मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने बताया कि 24 मार्च 2023 को वाराणसी में आयोजित ‘विश्व टीबी दिवस' समारोह में पीएम ने टीबी उन्मूलन प्रयासों के लिए ‘टीबी मुक्त पंचायत' अभियान की शुरुआत की थी. जिसके जरिए इस अभियान का उद्देश्य पंचायती राज सदस्यों को टीबी रोग कार्यक्रम, रोगियों की मदद करना और उन्हें संबल प्रदान करना था. साथ ही जिलों की पंचायत को टीबी मुक्त करने की दिशा में सम्मिलित प्रयास करना है. पीएम के जरिए चलाए गए इस अभियान के तहत राजस्थान का प्रदर्शन बेहतरीन कर रहा है. इसी के साथ आगे भी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक ने बताया कि राज्य को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के लिए चिकित्सा विभाग इस वर्ष 9,325 ग्राम पंचायतों में अभियान चला रहा है.
कैसे होता है टीबी
ट्यूबरक्लोसिस एक क्रोनिक संक्रामक रोग है जो एयरबॉर्न बैक्टीरिया माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्लोसिस के कारण होता है. यह ज्यादातर इंसान के फेफड़ों को प्रभावित करता है.
यह बी पढ़ें: राजस्थान सरकार का अग्निवीरों को बड़ा तोहफा, पुलिस-जेल प्रहरी-वनरक्षक भर्ती में मिलेगा आरक्षण