Rajasthan News: राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (Bhajanlal Sharma) ने अग्निवीरों (Agniveer) को सरकारी भर्तियों में आरक्षण (Reservation) देने का ऐलान किया है. कारगिल विजय दिवस के मौके पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद सीएम ने मीडिया से बातचीत में कहा, 'हमारी सरकार ने भारतीय सेना में अपनी सेवा पूरी करने के बाद अग्निवीरों को पुलिस विभाग, जेल प्रहरी और वन रक्षक के रूप में आरक्षण देने का निर्णय लिया है.
#WATCH | Delhi: Rajasthan CM Bhajanlal Sharma says, "I bow down in front of the Bravehearts of the Kargil war on its 25th anniversary, who sacrificed themselves for their motherland. On PM Modi's Agniveer scheme, our Rajasthan government has decided to give them reservations in… pic.twitter.com/WNKNwFJcAk
— ANI (@ANI) July 26, 2024
असम सरकार ने भी किया ऐलान
इसके साथ ही असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने भी घोषणा की कि उनकी सरकार अधिकांश अग्निवीरों को राज्य पुलिस में भर्ती करेगी. हिमंत ने एक्स पर लिखा, 'भारत यह सुनिश्चित करेगा कि विपक्ष का मिशन - अग्निपथ योजना पर झूठ फैलाकर भारतीय सेना को कमजोर करना - पराजित हो. असम इंडियन आर्मी को आधुनिक बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों के साथ मजबूती से खड़ा है. असम सरकार ने राज्य से अधिकांश अग्निवीरों को पुलिस विभाग में एब्जॉर्ब करने का निर्णय लिया है.'
Bharat will ensure Opposition's mission - to weaken the Indian Army by spreading lies on #AgnipathScheme - is defeated.
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) July 26, 2024
Assam stands firmly with Hon'ble Prime Minister Shri @narendramodi Ji's efforts modernise @adgpi
Govt of Assam has decided to absorb most Agniveers from the…
पीएम मोदी के बयान के बाद ऐलान
सीएम का यह बयान ऐसे समय पर सामने आया है जब पीएम मोदी ने अग्निपथ योजना को लेकर फैलाए जा रहे भ्रम पर विपक्ष को निशाना साधा है. पीएम ने कहा, 'अग्निपथ का लक्ष्य सेनाओं को युवा बनाना है. अग्निपथ का लक्ष्य सेनाओं को युद्ध के लिए निरंतर योग्य बनाकर रखना है. मगर दुर्भाग्य से, राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े इस तरह के संवेदनशील मुद्दे को कुछ लोगों ने राजनीति का विषय बना दिया है. कुछ लोग सेना के इस सुधार पर भी अपने व्यक्तिगत स्वार्थ में झूठ की राजनीति कर रहे हैं. जबकि यह योजना सेना द्वारा किए गए आवश्यक सुधारों का एक उदाहरण है.'
'पेंशन की नौबत तो 30 साल बाद आएगी'
पीएम ने बताया, 'दशकों से संसद और विभिन्न समितियों में सशस्त्र बलों को युवा बनाने पर चर्चा होती रही है. भारतीय सैनिकों की औसत आयु वैश्विक औसत से अधिक होना चिंता का विषय रहा है. इस मुद्दे को कई समितियों में वर्षों तक उठाया गया, लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा की इस चुनौती को हल करने की इच्छा शक्ति पहले नहीं दिखाई गई. देश ने अग्निपथ योजना के माध्यम से इस चिंता का समाधान किया है. लेकिन कुछ लोग ऐसा भ्रम फैला रहे हैं कि सरकार पेंशन के पैसे बचाने के लिए ये योजना लेकर आई. मुझे ऐसे लोगों की सोच पर शर्म आती है. जरा कोई मुझे बताएं, आज मोदी के शासनकाल में जो भर्ती होगा, क्या आज ही उसको पेंशन देनी है? उसको पेंशन देने की नौबत 30 साल के बाद आएगी. तब तो मोदी 105 साल का हो गया होगा और तब भी क्या मोदी की सरकार होगी? 30 साल के बाद जब पेंशन बनेगी, उसके लिए ये मोदी ऐसा राजनीतिज्ञ है जो आज गाली खाएगा? हमारे दिन पार्टी नहीं, देश सर्वोपरि है.'