राजस्थान: बालोतरा के युवक की सऊदी में संदिग्ध मौत, 1 महीने में भी शव भारत न आने पर HC सख्त

राजस्थान में बालोतरा जिले के युवक सऊदी अरब में संदिग्ध मौत हो गई. परिवार एक महीने से शव लाने के लिए जूझ रहा है. मां ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की, कोर्ट ने सरकार और दूतावास को नोटिस जारी किया.

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युवक रमेश मेघवाल.

Rajasthan News: राजस्थान के बालोतरा जिले के सोहड़ा गांव में रहने वाला युवक रमेश मेघवाल सऊदी अरब में काम करने गया था. लेकिन वहां उसकी संदिग्ध हालात में मौत हो गई. अब परिवार को उसका शव लाने में भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. एक महीने से ज्यादा हो गया लेकिन शव अभी तक भारत नहीं पहुंचा. इस दुखद घटना ने पूरे परिवार को तोड़कर रख दिया है. मां तीजो देवी की आंखें हर रोज शव के आने की उम्मीद में सूखती जा रही हैं.

विदेश जाने की कहानी और मौत की खबर

रमेश अक्टूबर महीने में एक स्थानीय एजेंट की मदद से कतर के वीजा पर सऊदी अरब पहुंचा था. वहां उसे काम मिला लेकिन सिर्फ एक महीने बाद परिवार को उसकी मौत की बुरी खबर मिली. घर में कोहराम मच गया.

परिवार वाले बताते हैं कि रमेश पढ़ा-लिखा और होनहार लड़का था. उसने बीएसटीसी किया था और आगे पढ़ाई के लिए पैसों की जरूरत थी. इसी वजह से वह विदेश गया. लेकिन मौत की सूचना ने सब कुछ उजाड़ दिया.

शव का इंतजार और परिवार की पीड़ा

मौत के बाद से परिवार शव का इंतजार कर रहा है. एक महीना बीत गया लेकिन अब तक कोई सफलता नहीं मिली. रमेश का एक भाई कतर में काम करता था. वह भी इस खबर से सदमे में वापस लौट आया. परिवार ने नेताओं की मदद से विदेश मंत्रालय से कई बार संपर्क किया. लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया. घर में हर कोई शोक में डूबा है. मां तीजो कहती हैं कि बेटे की मिट्टी जल्द से जल्द लौटाई जाए. 

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वह मानती हैं कि रमेश कभी आत्महत्या नहीं कर सकता. वह मजबूत इरादों वाला था.रमेश ने परिवार से आखिरी बातचीत में बताया था कि उसे ऊंटों की देखभाल का काम मिला है. लेकिन वहां के मालिक और केयरटेकर उसके साथ मारपीट करते थे. वह जल्द वापस लौटना चाहता था. लेकिन अचानक मौत की खबर आ गई. परिवार मौत की वजह पर शक करता है और न्यायिक जांच की मांग कर रहा है.

हाईकोर्ट की सख्ती और सरकार का जवाब

परिवार की इस पीड़ा को देखते हुए मां तीजो देवी ने राजस्थान हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की. याचिका में कहा गया कि रमेश वैध वीजा पर काम कर रहा था. 13 नवंबर को उसकी मौत हुई लेकिन 26 नवंबर तक विदेश मंत्रालय ने सिर्फ इतना बताया कि मौत के कारणों की जांच चल रही है. उसके बाद कोई अपडेट नहीं मिला.

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हाईकोर्ट के जस्टिस नुपुर भाटी की सिंगल बेंच ने इस मामले पर गहरी चिंता जताई. कोर्ट ने कहा कि शव लाने में देरी बर्दाश्त नहीं की जा सकती. यह मानवीय संवेदनाओं से जुड़ा मुद्दा है. कोर्ट ने केंद्र सरकार और सऊदी दूतावास को नोटिस जारी कर जल्द कार्रवाई करने को कहा. 

केंद्र सरकार की तरफ से एएसजी भारत व्यास ने कोर्ट में पेश होकर नोटिस कबूल किया. उन्होंने बताया कि 10 दिसंबर को रियाद के भारतीय दूतावास से ईमेल आया. इसमें कहा गया कि रमेश ने कथित तौर पर आत्महत्या की है. सऊदी पुलिस जांच कर रही है और फॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार है. एएसजी ने आश्वासन दिया कि सरकार इस मामले को प्राथमिकता दे रही है. कोर्ट ने 17 दिसंबर को अगली सुनवाई में जवाब मांगा है.

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