Rajasthan Internet Ban: हनुमानगढ़ के गोलूवाला में हिंसक झड़प के बाद इंटरनेट बंद, स्कूलों में छुट्टी, भारी पुलिसबल की तैनाती

गुरुद्वारा प्रबंधन का यह विवाद पुराना है, जिसमें कुप्रबंधन के आरोपों के बाद नई कमेटी बनाने की मांग उठ रही थी. प्रशासन अब इस विवाद को कानूनी और प्रशासनिक प्रक्रिया के तहत सुलझाने पर जोर दे रहा है.

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राजस्थान में इंटरनेट शटडाउन: गोलूवाला में हिंसा के बाद प्रशासन का बड़ा एक्शन, 16 गिरफ्तार!
NDTV Reporter

Rajasthan News: राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के गोलूवाला कस्बे में गुरुद्वारा मेहताबगढ़ साहिब के प्रबंधन को लेकर हुए हिंसक विवाद के बाद प्रशासन ने इलाके में शांति और अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है. शुक्रवार शाम से ही मोबाइल और ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवाएं ठप हैं, जिससे स्थानीय लोगों का सामान्य जीवन और डिजिटल कामकाज बुरी तरह प्रभावित हुआ है. प्रशासन ने एहतियातन स्कूलों में भी अवकाश रखा है और पूरे क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात है. 

गुरुद्वारे के प्रबंधन को लेकर दो गुटों के बीच हुई इस झड़प में बच्चों सहित 8 लोग घायल हुए हैं, जबकि बीच-बचाव के दौरान राजस्थान सशस्त्र बल (RAC) का एक जवान भी जख्मी हुआ है.

क्यों बंद हुआ इंटरनेट?

गुरुद्वारा मेहताबगढ़ साहिब में शुक्रवार को हुई हिंसक झड़प के बाद इलाके में तनाव चरम पर था. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) जनेश तंवर ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि लगभग 100 लोगों के एक समूह ने जबरन गुरुद्वारे में घुसने की कोशिश की, जिससे परिसर में पहले से मौजूद प्रतिद्वंद्वी गुट के सदस्यों से उनकी झड़प हो गई. प्रशासन ने इस विवाद की आग को और फैलने से रोकने के लिए इंटरनेट बंद करने का फैसला लिया. हिंसा और तनाव की स्थिति में, सोशल मीडिया के माध्यम से अफवाहें और भड़काऊ सामग्री तेजी से फैलती है, जो स्थिति को और बिगाड़ सकती है. इंटरनेट सेवाओं को निलंबित करने का कदम इसी एहतियात के तौर पर उठाया गया है, ताकि कानून व्यवस्था बनी रहे और गलत सूचनाओं के प्रसार पर रोक लगाई जा सके.

Photo Credit: NDTV Reporter

अब तक 16 लोग गिरफ्तार

हिंसा के तुरंत बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गोलूवाला थाने में दो प्राथमिकी (FIR) दर्ज की और अब तक 16 लोगों को गिरफ्तार किया है. इलाके में निषेधाज्ञा (धारा 144) लागू है. रेंज आईजी हेमंत शर्मा ने खुद गोलूवाला पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया. स्थिति पर करीब से नजर रखने के लिए पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी कल से ही कैंप कर रहे हैं. गोलूवाला एसएचओ ने पीलीबंगा एसडीएम द्वारा नियुक्त रिसीवर के आदेश पर गुरुद्वारे को अपने नियंत्रण में ले लिया है, जिससे आगे की किसी भी अप्रिय घटना को टाला जा सके.

इंटरनेट बंद होने से न सिर्फ सोशल मीडिया का इस्तेमाल रुका है, बल्कि रोजमर्रा के ऑनलाइन काम, डिजिटल पेमेंट और सूचना का आदान-प्रदान भी 24 घंटे से पूरी तरह बाधित है.

इंटरनेट बंद से प्रभावित जनजीवन

गोलूवाला में इंटरनेट सेवा बंद होने से स्थानीय लोगों के सामने कई तरह की समस्याएं आ गई हैं. एहतियातन आज भी स्कूलों में अवकाश रखा गया है. इंटरनेट न होने से ऑनलाइन क्लास या डिजिटल लर्निंग पूरी तरह ठप है. वहीं छोटे व्यापारी और दुकानदार यूपीआई (UPI) और डिजिटल पेमेंट नहीं कर पा रहे हैं, जिससे उनका कारोबार प्रभावित हुआ है. लोग अपने रिश्तेदारों और दोस्तों से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं, जिससे अफवाहों के बारे में सही जानकारी मिलने में भी मुश्किल हो रही है.

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इंटरनेट पर कब मिलेगी राहत?

प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक, गोलूवाला में तनाव की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है. एक बार जब स्थिति पूरी तरह सामान्य हो जाएगी और शांति बहाल होने का भरोसा होगा, तो इंटरनेट सेवाओं को चरणबद्ध तरीके से शुरू कर दिया जाएगा. फिलहाल सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखना और अफवाहों पर लगाम लगाना प्रशासन की पहली प्राथमिकता है.

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