Jojari River Jodhpur: पश्चिम राजस्थान की प्रमुख नदियों में से एक जोजरी नदी इन दिनों प्रदूषण का शिकार है. नदी का पानी ज़हरीला हो रहा है, जिससे नदी के आसपास रहने वाले बाशिंदों की सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है. लूणी की सहायक जोजरी नदी में लगातार गंदा और तेजाबी जहरीला पानी आ रहा है और इसी वजह से लूणी तहसील के कई गांवों की ज़मीन बंजर हो रही है.
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए. नदी के किनारे बसने वाले लोग सोशल मीडिया पर नदी को बचाने की गुहार लगा रहे हैं.
जोधपुर से लेकर बालोतरा जिले तक लगभग 31 किलोमीटर की दूरी तक जोजरी नदी में लगातार प्रदूषित पानी बह रहा है. इस क्षेत्र में करीब 16 लाख की आबादी निवास करती है. कुछ समय पहले, जब गजेंद्र सिंह शेखावत जल शक्ति मंत्री थे, तब केंद्र सरकार ने इस इलाके के लिए दो ट्रीटमेंट प्लांट बनाने की घोषणा की थी, लेकिन यह योजना अब तक पूरी नहीं हो पाई.
''बालोतरा जिलों में फसलों को भारी नुकसान हो रहा है''
'एक्स' पर ट्वीट करते हुए CM गहलोत ने लिखा, ''जोधपुर में जोजरी नदी का प्रदूषण किसानों, जीवों एवं पर्यावरण के लिए एक बड़ी समस्या बन चुका है. क्षेत्र की फैक्ट्रियों एवं उद्योगों द्वारा बिना शुद्धिकरण के अपशिष्ट जल सीधे नदी में छोड़ा जा रहा है. यह भी जानकारी में आया है कि जोजरी नदी पर लगे जीरो सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का काम भी तीन महीने से रुका हुआ है. इस प्रदूषित जल से जोधपुर, पाली एवं बालोतरा जिलों में फसलों को भारी नुकसान हो रहा है एवं मनुष्यों तथा पशुओं में भी रोग उत्पन्न हो रहे हैं.
उन्होंने आगे लिखा, ''मैंने पत्र लिखकर मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा से आग्रह किया है कि इस समस्या को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं जिससे प्रभावित लोगों को राहत मिल सके.''
कांग्रेस नेता मनीष मिर्धा ने भी एक वीडियो शेयर करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा है. उन्होंने लिखा है," यहां से सांसद केंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री, यहां से विधायक राज्य सरकार में कैबिनेट मंत्री, फिर भी जाेजरी नदी जोधपुर में एक बदबूदार और खतरनाक केमिकलयुक्त नाला बनकर रह गई है, लेकिन जोजरी को लेकर इन मंत्रियों की गप्पेबाजी जारी है."
जलग्रहण क्षेत्र लगभग 3,600 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है
जोजरी नदी राजस्थान के जोधपुर जिले में स्थित 83 किलोमीटर लंबी मौसमी नदी है. इसका उद्गम नागौर जिले के पूंदलू गांव के पास पहाड़ियों से होता है और यह उत्तर-पूर्व से दक्षिण-पश्चिम दिशा में बहते हुए जोधपुर जिले के खेड़ालदा खुर्द के पास लूणी नदी में मिलती है. नदी का जलग्रहण क्षेत्र लगभग 3,600 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है. अपने मार्ग में, जोजरी नदी कई छोटे जलधाराओं को समाहित करती है, जिससे इसका प्रवाह बढ़ता है.
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