Rajasthan News: राजस्थान के बाड़मेर जिले में लम्पी स्किन डिजीज ने एक बार फिर दस्तक दी है. यह खतरनाक वायरस गोवंश के लिए काल बन रहा है. जिले में हजारों गायें इस बीमारी की चपेट में हैं, जबकि सैकड़ों की मौत हो चुकी है. सूत्रों के अनुसार, अकेले पथमेड़ा गौशाला में 20 से ज्यादा गोवंश ने दम तोड़ दिया है. इसके बावजूद पशुपालन विभाग का दावा है कि जिले में लम्पी से एक भी पशु की मौत नहीं हुई. यह दावा जमीनी हकीकत से बिल्कुल उलट है।
गौशालाओं में बढ़ रही मृत्यु, चिंता में पशुपालक
पथमेड़ा गौशाला के संचालकों का कहना है कि लम्पी से पीड़ित गोवंश की संख्या तेजी से बढ़ रही है. जिले में करीब 2,000 से ज्यादा पशु इस बीमारी से ग्रस्त हैं. गौशाला प्रबंधन अपने स्तर पर संक्रमित पशुओं को अलग रखकर इलाज कर रहा है, लेकिन सरकारी सहायता न के बराबर है. पशुपालकों का कहना है कि अगर समय रहते उचित कदम नहीं उठाए गए, तो यह बीमारी और विकराल रूप ले सकती है.
प्रशासन ने शुरू किया उपचार केंद्र
हालात की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन और नगर परिषद ने पथमेड़ा गौशाला के पास एक विशेष उपचार केंद्र शुरू किया है. यहां करीब 45 गोवंश का इलाज चल रहा है और रोजाना नए मरीज आ रहे हैं. हालांकि, गौशाला प्रबंधन का कहना है कि विभागीय सहयोग की कमी के कारण उपचार में दिक्कतें आ रही हैं.
विभाग पर उठ रहे सवाल
पशुपालन विभाग के आंकड़े छिपाने के रवैये से पशुपालक नाराज हैं.साल 2022 में भी लम्पी ने बाड़मेर सहित पश्चिमी राजस्थान में 50,000 से ज्यादा गोवंश की जान ली थी.अब दो साल बाद फिर से इस बीमारी ने कहर बरपाया है.
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