Rajasthan: रोत को बताया था ‘झारखंडी ईसाई’, विरोध में BAP ने उदयपुर सांसद मन्नालाल रावत के पुतला जलाया  

भारत आदिवासी पार्टी ने यह भी आरोप लगाया कि उदयपुर सांसद स्कूली किताबों से मानगढ़ धाम आंदोलन से जुड़ी उस लाइन को हटाने की बात कह चुके हैं, जिसमें आदिवासियों के लिए अलग राज्य की मांग का उल्लेख है.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins

Udaipur News: उदयपुर सांसद मन्नालाल रावत के खिलाफ भारत आदिवासी पार्टी ने सोमवार को जिला कलेक्टरेट के बाहर धरना प्रदर्शन किया और आईजी के नाम ज्ञापन सौंपा. बाप पार्टी के जिलाध्यक्ष अनुतोष रोत ने आरोप लगाया कि उदयपुर सांसद की ओर से सोशल मीडिया के माध्यम से डूंगरपुर-बांसवाड़ा सांसद राजकुमार रोत के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी की जा रही है, जिससे क्षेत्र में अराजकता फैल रही है. पार्टी ने सांसद रावत के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग रखी.

अनुतोष रोत ने कहा कि सांसद राजकुमार रोत ने मणिपुर हिंसा में हुए नरसंहार और आदिवासी महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने की घटना के विरोध में मशाल जुलूस निकाला था लेकिन उस घटना के एक साल बाद उदयपुर सांसद ने उनके खिलाफ गंभीर आरोप लगाए. इससे टीएसपी क्षेत्र में सामाजिक तनाव और अशांति फैल रही है. पार्टी का कहना है कि सांसद रावत की इस बयानबाजी से आदिवासी समाज की भावनाएं आहत हो रही हैं.

रोत को बताया था ‘झारखंडी ईसाई'

ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि झाड़ोल और कोटड़ा में हुए पैंथर हमले में कई आदिवासी घायल हुए थे लेकिन उदयपुर सांसद ने इस घटना को बाप पार्टी की साजिश बताते हुए गलत बयानी की है. इसके अलावा एक वायरल ऑडियो क्लिप में सांसद रावत आदिवासियों के घर जलाने और लट्ठ मारने जैसी हिंसक बातें करते सुनाई दे रहे हैं. जयपाल मुंडा की जयंती मनाने वालों को भी उन्होंने ‘झारखंडी ईसाई' कहकर अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया.

सांसद के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की

भारत आदिवासी पार्टी ने यह भी आरोप लगाया कि उदयपुर सांसद स्कूली किताबों से मानगढ़ धाम आंदोलन से जुड़ी उस लाइन को हटाने की बात कह चुके हैं, जिसमें आदिवासियों के लिए अलग राज्य की मांग का उल्लेख है. पार्टी ने इस तरह की मानसिकता को आदिवासी समाज के खिलाफ बताया और सांसद के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की. 

Advertisement

यह भी पढ़ें - किरोड़ी की सख़्ती, भरी मीटिंग में कृषि विभाग के ज्वाइंट डायरेक्टर को किया निलंबित, बोले- लापरवाही बर्दाश्त नहीं