Rajasthan: दो चरणों में मॉकड्रिल में क्या-क्या हुआ, 28 शहरों में ब्लैकऑउट से छाया अंधेरा

राजस्थान के 28 शहरों में गृह मंत्रालय के निर्देश पर बुधवार को मॉक ड्रिल आयोजित की गई. दो चरणों में हुई इस ड्रिल में लोगों को युद्ध जैसी स्थिति में बचाव और राहत कार्यों की जानकारी दी गई.

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राजस्थान के 28 शहरों में हुई मॉक ड्रिल.

Rajasthan News: गृह मंत्रालय के निर्देशों के बाद राजस्थान के अलग-अलग शहरों में बुधवार को दो चरणों में मॉक ड्रिल की गई. प्रदेश के कुल 28 शहरों में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. जिसमें कोटा, रावतभाटा, अजमेर, अलवर, बाड़मेर, भरतपुर, बीकानेर, जयपुर, जैसलमेर, जोधपुर, उदयपुर जिले आदि विशेष रूप से शामिल थे. 

प्रदेश के कुल 28 जिलों में मॉक ड्रिल

इस दौरान लोगों को युद्ध जैसी स्थिति में बचाव और राहत कार्यों के लिये की जाने वाली कार्रवाई के बारे में जानकारी दी गई. प्रदेश में दो चरणों में मॉक ड्रिल की गई.

जिसमें पहली मॉक ड्रिल शाम चार बजे शुरू हुई, जबकि दूसरी ड्रिल में शहरों में स्वैच्छिक रूप से रात 8.30 बजे से 15 मिनट के लिए ब्लैक आउट रखा गया. जिसमें कुछ स्थानों पर पुलिस टीमों ने वाहनों को रोका और उनसे वाहनों की हेडलाइट बंद करने को कहा गया.

रेलवे स्टेशनों पर 15 ट्रेनों को रोका

उत्तर पश्चिम रेलवे (एनडब्ल्यूआर) के प्रवक्ता ने बताया कि रेलवे स्टेशनों पर खड़ी ट्रेनों को 15 मिनट के लिए रोक दिया गया और ब्लैक आउट रखा गया. साथ ही हवाई अड्डे के प्रवक्ता ने बताया कि जयपुर अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भी आपातकालीन लाइटों को छोड़कर बाकी लाइटें बंद कर दी गई थीं.

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ब्लैक आउट से पहले जयपुर पुलिस आयुक्त बीजू जॉर्ज जोसेफ ने बताया कि सभी को स्वैच्छिक रूप से ब्लैक आउट में भाग लेना चाहिए, ताकि लोगों को युद्ध जैसी स्थिति में की जाने वाली कार्रवाई के बारे में जानकारी रहे.

जयपुर में हवाई हमले से बचाव का अभ्यास

जयपुर में एमआई रोड स्थित बीएसएनएल कार्यालय पर हवाई हमले से बचाव का 'अभ्यास' किया गया. कंट्रोल रूम पर सूचना के बाद फायर ब्रिगेड, सिविल डिफेंस टीमें, एंबुलेंस को यहां भेजा गया. इसके बाद भवन को खाली कराया गया और राहत और बचाव कार्य के लिए एमआई रोड पर यातायात रोका गया.

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बीकानेर में पुलिस थाने पर मॉक ड्रिल

इसके साथ ही बीकानेर जिले में पुलिस थाने पर हमले की स्थिति और बचाव की 'मॉक ड्रिल' की गई. घायलों को प्राथमिक उपचार दिया गया और वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित किया गया और थाने पर एंबुलेंस बुलाई गई.

जिसमें जिला कलेक्टर रवींद्र गोस्वामी और जिला पुलिस अधीक्षक अमृता दुहन की मौजूदगी में सर्किट हाउस में मॉक ड्रिल की गई. उन्होंने बताया कि एजेंसियों के 'रिस्पांस टाइम' की जांच की गई.

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जोधपुर शहर 15 मिनट के लिए हुआ ब्लैकआउट

गृह मंत्रालय द्वारा जारी गाइडलाइन के तहत मॉक ड्रिल के दूसरा चरण में ब्लैकऑउट ड्रिल आयोजित की गई. जोधपुर में सायरन बजते ही रात 10 बजे से 10.15 बजे तक पूरा शहर ब्लैकऑउट हो गया. ऐतिहासिक मेहरानगढ़ दुर्ग अंधेरा हो गया जबकि सड़कों पर वाहनों की लाइटें भी बंद दिखी.

जैसलमेर में सोनार दुर्ग की लाइट बंद

जैसलमेर भारत-पाकिस्तान के बॉर्डर के पास का शहर है. यहां ब्लैकऑउट ड्रिल के दौरान सोनार दुर्ग और शहर में ब्लैकऑउट देखा गया. शहर में 8.30 बजे सायरन बजते ही अंधेरा छा गया.

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