Rajasthan: लालसोट विवाद में नया मोड़, तहसीलदार ने मांगी माफी; वकीलों ने की बर्खास्तगी की मांग

Dausa News: मामला 19 अगस्त का है, जब तहसीलदार ने स्टे ऑर्डर लेने से इनकार किया था. उन्होंने वकीलों पर अभद्रता के आरोप भी लगाए.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
लालसोट तहसीलदार-वकील विवाद में दोनों पक्षों का धरना भी जारी है.

Dausa Lalsot tehsildar vs lawyers: दौसा के लालसोट में तहसीलदार और वकीलों के विवाद में अब नया मोड़ आया है. धरने पर बैठे तहसीलदार अमितेश मीणा ने माफी मांगी है. तहसीलदार ने वकीलों के लिए 'काले कोट वाले सब गुंडे हैं' टिप्पणी की थी, जिसके बाद बवाल मच गया था. वकीलों के विरोध में आने के बाद उन्होंने पर माफी मांगी. सोमवार (25 अगस्त) को बार एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष कुंज बिहारी शर्मा समेत कई अधिवक्ता कलेक्टर को ज्ञापन सौंपेंगे. साथ ही तहसीलदार को बर्खास्त करने की मांग उठाई जाएगी.

19 अगस्त को वीडियो हुआ था वायरल

लालसोट तहसीलदार का यह वीडियो 19 अगस्त को वायरल हुआ, जिसमें वह वकीलों को 'काले कोट में घूम रहे गुंडे' कहते नज़र आए थे. इसके बाद तहसीलदार ने लालसोट थाने के बाहर बैठकर वकीलों के खिलाफ केस दर्ज करने की भी मांग की थी. करीब 3 घंटे तक धरना प्रदर्शन के बाद 13 अधिवक्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज करवाया. इसके बाद, दो अधिवक्ताओं ने भी तहसीलदार के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था. मामले की जांच लालसोट डिप्टी एसपी दिलीप मीणा जांच कर रहे हैं.

स्टे ऑर्डर पर हुआ था विवाद

विवाद तब शुरू हुआ, जब लालसोट के तहसीलदार अमितेश मीणा और कुछ वकीलों के बीच बहस हो गई. वकीलों का आरोप है, "19 अगस्त को एसडीएम का एक स्टे ऑर्डर तहसीलदार को देने गए थे, लेकिन तहसीलदार ने न सिर्फ उस ऑर्डर को लेने से इनकार किया. साथ ही वकीलों के साथ अभद्रता की और उन्हें धक्का देकर बाहर निकाल दिया."

बार काउंसिल की रिपोर्ट में तहलीदार दोषी

राजस्थान बार एसोसिएशन की रिपोर्ट में तहसीलदार को दोषी ठहराया गया है, जिससे वकीलों का पक्ष मजबूत हुआ है. बार काउंसिल ने अब यह रिपोर्ट राजस्थान हाईकोर्ट प्रशासन और बार काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन मनन कुमार मिश्रा को भी भेजी है, ताकि आगे की कार्रवाई हो सके.

Advertisement

यह भी पढ़ेंः सीकर में बारिश का विकराल रूप, बस स्टैंड-पुलिस चौकी डूबे, पानी में फंसे शख्स को जेसीबी से किया रेस्क्यू