National Player को दिया जा रहा डेढ़ सौ रुपए भत्ता, भीषण ठंड में स्कूल में लगाया है कैम्प

छत्तीसगढ़ के राजनाथ नगर में 4 से 7 जनवरी तक 17 वर्षीय बालिका वर्ग की 67 वीं राष्ट्रीय स्कूली बास्केटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन होने वाली है. जिसको लेकर महिला खिलाड़ियो का प्रशिक्षण चल रहा है.

विज्ञापन
Read Time: 17 mins
प्रशिक्षण के दौरान बॉस्केटबॉल खिलाड़ी

Rajasthan News: क्या आप कल्पना कर सकते है कि महंगाई के इस दौर में मात्र डेढ़ सौ रुपए में एक राष्ट्रीय खिलाड़ी 24 घंटे ठहराव के साथ-साथ सुबह का नाश्ता दोनों वक्त का भोजन और रात को दूध भी पीकर सो सकतो हैं. जी हां, यह बिलकुल सत्य है कि राजस्थान के शिक्षा विभाग ने राष्ट्रीय स्कूली बास्केटबॉल प्रतियोगिता में भाग लेने छत्तीसगढ़ जाने वाली 17 वर्षीय बालिका टीम के प्रत्येक खिलाड़ी को प्रतिदिन मात्र 150 रुपए ही भत्ते के रूप में दिए हैं.

स्कूल में महिला खिलाड़ियों को ठहराया गया

वहीं इस भीषण ठंड में भी बालिका खिलाड़ियों को ठहरने के लिए सरकारी स्कूल की इमारत ही उपलब्ध करवाई है, जहां रहने, नहाने और सोने की व्यवस्था कैसी होगी? और ठंड से बचाव के क्या उपाय होंगे, यह सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है.

Advertisement

आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ के राजनाथ नगर में 4 से 7 जनवरी तक 17 वर्षीय बालिका वर्ग की 67 वीं राष्ट्रीय स्कूली बास्केटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन होने वाली है. इसके लिए चयनित की गई राजस्थान टीम का प्रशिक्षण शिविर डीडवाना में चल रहा है। राजस्थान टीम में 12 खिलाड़ियों के साथ ही छह अतिरिक्त खिलाड़ियों का चयन किया गया है.

Advertisement

भत्ता के रूप में मात्र डेढ़ सौ रुपए प्रतिदिन दिया जा रहा है

मगर विडंबना और आश्चर्य की बात है कि इन खिलाड़ियों को प्रशिक्षण अवधि के लिए डीए भत्ता के रूप में मात्र डेढ़ सौ रुपए प्रतिदिन दिया जा रहा है. जबकि प्रशिक्षण के बाद जब यह खिलाड़ी टूर्नामेंट में भाग लेने छत्तीसगढ़ जाएंगे तो उन्हें वहां भी मात्र ढाई सौ रुपए प्रतिदिन डीए भत्ता का प्रावधान किया गया है.

Advertisement

इस मामले में जब एनडीटीवी राजस्थान के रिपोर्टर ने जानकारी जुटाई तो सामने आया कि शिक्षा विभाग ने भत्ते के रूप में सभी खिलाड़ियों को मात्र डेढ़ सौ रुपए ही दिए है, जिसमे 24 घंटे का रहना, यात्रा करना, सुबह का नाश्ता, दो टाइम का खाना और रात का दूध भी शामिल है.

खिलाड़ियों ने भत्ते को बढ़ाने की मांग

इससे यह समझा जा सकता हे मात्र डेढ़ सौ रुपए में खिलाड़ी किस प्रकार यात्रा करेंगे? और कैसे अपने खाने, नाश्ते और रहने का प्रबंध करेंगी? इस मामले को लेकर एनडीटीवी राजस्थान के संवाददाता जहीर अब्बास उसमानी ने बालिका खिलाड़ियों से बात की तो उन्होंने भी डीए भत्ते को काफी कम बताते हुए इसे बढ़ाने की मांग की.

वहीं राजस्थान बास्केटबॉल संघ के अध्यक्ष एडवोकेट अजीत सिंह राठौड़, हैंडबॉल संघ के प्रदेश सचिव डॉ. सोहन चौधरी, पूर्व खिलाड़ी अबरार अली बेरी और बास्केटबॉल के अंतर्राष्ट्रीय रैफरी हासम खान ने सरकार से आग्रह किया है कि स्कूली बच्चों का यह बजट कम से कम छः सौ रुपए प्रति दिन तो होना ही चाहिए.

अन्य राज्यों की तरह राजस्थान में खेल प्रोत्साहन की जरूरत

साथ ही पिछली गहलोत सरकार द्वारा खेल क्षेत्र में दिए गए दो प्रतिशत आरक्षण को भी बढ़ाकर पांच प्रतिशत करने की मांग की, ताकि राजस्थान की खेल प्रतिभाओं को भी सभी सुविधा मिल सके और उनके लिए बेहतर प्रोत्साहन का माहौल तैयार किया जा सके.

इससे राजस्थान की खेल प्रतिभाएं अन्य राज्यों की ओर पलायन नहीं कर सकेगी और राजस्थान भी हरियाणा और पंजाब की तरह खेल क्षेत्र में आगे बढ़ सकेगा. खिलाड़ी भी मन लगाकर खेल कौशल का प्रदर्शन करेंगे और भविष्य में ओलंपिक जैसे खेलों में भी राजस्थान के खिलाड़ी पदक लाकर राजस्थान का गौरव बढ़ाएंगे.

यह भी पढ़ें- साइकिल से राजस्थान के मंडावा पहुंचा इटालियन युवक, 200 दिन में तय किया 11,500 KM लंबा सफर

Topics mentioned in this article