लेडी सब इंस्पेक्टर टीनू सोगरवाल को मारी थी गोली, कोर्ट ने 7 साल बाद सुनाई दो आरोपियों को 10-10 साल की सजा

लेडी सब इंस्पेक्टर टीनू सोगरवाल को 7 साल पहले दो बदमाशों ने गोली मार दी थी. अब सात साल बाद 9 अप्रैल को अपर जिला एवं सेशन कोर्ट ने दोनों आरोपियों को सजा सुनाई है.

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Rajasthan News: राजस्थान के धौलपुर के राजाखेड़ा थाने में तैनात लेडी सब इंस्पेक्टर टीनू सोगरवाल को 7 साल पहले दो बदमाशों ने गोली मार दी थी. अब सात साल बाद 9 अप्रैल को अपर जिला एवं सेशन कोर्ट ने दोनों आरोपियों को सजा सुनाई है. अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश सावित्री आनंद निर्भीक ने दोनों आरोपियों को 10-10 वर्ष के कारावास की सजा सुनाई. इसके अलावा आरोपियों को 20-20 हजार के अर्थदंड से भी दंडित किया गया है.

 4 दिसंबर 2017 को हुई थी घटना

एपीपी कृष्णकांत शर्मा ने बताया राजाखेड़ा पुलिस थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर टीनू सोगरवाल पुलिस टीम के साथ 4 दिसंबर 2017 को थाना इलाके में जुआ के खिलाफ कार्रवाई करने गई थी. सब इंस्पेक्टर टीनू सोगरवाल पुलिस इमदाद को साथ लेकर रास्ते में जा रही थी. लेकिन रास्ते में बुलेट बाइक पर बंदूक समेत तीन बदमाश दिखाई दिए. जब पुलिस टीम ने तीनों बदमाशों को रोकने का प्रयास किया तो पुलिस गाड़ी पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी. बदमाशों द्वारा की गई फायरिंग से गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई एवं सब इंस्पेक्टर टीनू सोगरवाल की गर्दन में भी गोली के छर्रे लगे थे. सब इंस्पेक्टर समेत उनकी टीम ने साहस का परिचय देते हुए बदमाश प्रवेंद्र कुमार एवं लोकेंद्र को घेराबंदी कर दबोचा. वहीं एक अन्य बदमाश पुलिस टीम पर फायरिंग कर जंगलों में कूद कर फरार हो गया. दोनों बदमाशों को गिरफ्तार कर पुलिस ने कोर्ट में चालान पेश किया.

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हार्डकोर अपराधी है दोनों आरोपी

लंबे समय तक चली बहस एवं दलीलों के बाद जिला एवं सेशन न्यायाधीश ने मुलजिम प्रवेंद्र कुमार एवं लोकेंद्र कुमार को जान से मारने की नीयत से हमला करने का दोषी माना है. न्यायाधीश सावित्री आनंद निर्भीक ने दोनों आरोपियों को 10-10 वर्ष के कारावास की सजा सुनाई है. इसके अलावा न्यायाधीश ने दोनों आरोपियों को 20-20 हजार रुपए के अर्थदंड से भी दंडित किया है. बदमाश रविंद्र कुमार एवं लोकेंद्र उत्तर प्रदेश के हार्डकोर अपराधी हैं. जिनके खिलाफ उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के विभिन्न पुलिस थानों में संगीन धाराओं में अभियोग दर्ज हैं.

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बाल बाल बची थी जान

मामले को लेकर सब इंस्पेक्टर एवं वर्तमान ट्रैफिक इंचार्ज टीनू सोगरवाल ने बताया 4 दिसंबर 2017 की रात्रि का मंजर भयानक रहा था. तत्कालीन समय पर मौत से सीधा मुकाबला हुआ था. उन्होंने बताया पुलिस टीम जुए के अड्डे पर कार्रवाई को अंजाम देने गई थी. लेकिन रास्ते में उत्तर प्रदेश के हार्डकोर अपराधी प्रवेंद्र कुमार एवं लोकेंद्र से पुलिस टीम का मुकाबला हो गया. दोनों आरोपियों ने जान से मारने की नीयत से पुलिस पर अंधाधुंध फायरिंग की थी. पुलिस गाड़ी क्षतिग्रस्त होने के साथ उनकी गर्दन में भी गोली का छर्रे लगे थे. बदमाशों द्वारा की गई फायरिंग में उनकी बाल-बाल जान बची थी.

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